नई दिल्ली। हांगझोऊ एशियाई खेलों की कुश्ती टीम के लिए रविवार को बजरंग (65) और विनेश (53) का नाम भेज दिया गया। इन दोनों के भार में हुए ट्रायल में जीतने वाले विशाल कालीरमण (65) और अंतिम पंघाल (53) की एंट्री बतौर स्टैंडबाई भेजी गई है। वहीं रविवार को आईजी स्टेडियम में हुए एशियाड के ट्रायल में सबसे बड़ा उलटफेर टोक्यो ओलंपिक के रजत पदक विजेता रवि कुमार (57) की हार के रूप में हुआ। इस हार के साथ रवि एशियाड की टीम से बाहर हो गए हैं।
सभी भार वर्गों में भेजे गए स्टैंडबाय नाम
भारतीय ओलंपिक संघ की तदर्थ समिति की ओर से एशियाड के दो दिवसीय ट्रायल सफलतापूर्वक कराए जाने के बाद रविवार को ही पुरुष फ्रीस्टाइल, ग्रीको रोमन, महिला वर्ग के 18 भार वर्गों की एंट्री भेज दी गई। बजरंग-विनेश को समिति ने एशियाड की टीम में सीधे प्रवेश दिया था, लेकिन समिति ने सभी 18 भार वर्ग में स्टैंडबाय पहलवानों के नाम भी भेजे हैं। बजरंग-विनेश के भार को छोड़ 16 भार वर्गों में ट्रायल में दूसरे स्थान पर रहे पहलवानों के नाम भेजे गए हैं। टीम में शामिल पहलवानों किसी कारणवश एशियाड में खेलने नहीं जाते हैं तो उनकी जगह स्टैंडबाय को मौका मिल सकता है।
एशियाई चैंपियन अमन टीम में
रविवार को हुए ट्रायल में 57 भार वर्ग में कड़ा मुकाबला हुआ। रवि कुमार को पहली ही बाउट में महाराष्ट्र के आतिश तोडकर 8-20 के स्कोर पर चित कर दिया। रवि पिछले कुछ समय से चोटिल चल रहे हैं। वह तीसरे अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग टूर्नामेंट में भी नहीं खेले थे। इस भार में राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता राहुल अवारे को भी हार का सामना करना पड़ा। एशियाई चैंपियन अमन सेहरावत ने फाइनल में राहुल को आसानी से हराया। इससे पहले सेमीफाइनल में अमन ने शुभम को कड़े संघर्ष में हराया। अमन ने कहा कि वह पहले शुभम से तीन बार हार चुके थे, लेकिन इस बार वह मौका नहीं छोडऩा चाहते थे। रवि की हार से अमन को भी हैरानी हुई।
विशाल बोले न्याय के लिए जारी रखेंगे संघर्ष
वहीं बजरंग के भार में विशाल कालीरमण ने फाइनल में रोहित को आसानी से हराया। इससे पहले बजरंग-विनेश को टीम में सीधे शामिल किए जाने पर अदालत गए सुजीत को हार का सामना करना पड़ा। विशाल ने जीत के बाद कहा कि अंतिम और सुजीत की लड़ाई में वह भी शामिल हैं। सभी खिलाडिय़ों को एशियाई खेलों का पदक जीतने का सपना होता है, लेकिन वह ट्रायल जीतकर भी टीम में नहीं हैं। अंतिम सुप्रीम कोर्ट जा रही हैं। वह भी उनके साथ हैं। उनके माता-पिता और परिजन न्याय के लिए आईओए दफ्तर के बाहर धरना दे रहे हैं। जब तक न्याय नहीं मिल जाता है। तब तक उनकी लड़ाई जारी रहेगी।
जोंटी से कड़े संघर्ष में जीते दीपक पूनिया
74 भार वर्ग में दिल्ली के यश ने राष्ट्रमंडल स्वर्ण पदक विजेता नवीन, 86 में टोक्यो ओलंपियन दीपक पूनिया ने यूपी के जोंटी कुमार को 5-3 से, 97 में हरियाणा के विक्की ने गौरव बालियान और 125 भार वर्ग में हरियाणा के सुमित ने आशीष को हराकर एशियाड टीम में जगह बनाई। जोंटी ने दीपक को कड़ी टक्कर दी। 3-4 के स्कोर पर उन्होंने फैसले को चैलेंज किया, जो उनके खिलाफ गया, जिससे वह 3-5 के अंतर से हार गए।
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