इंदौर। बारिश के बाद यशवंत सागर का तालाब लबालब हो गया है, जिसके चलते आज एक गेट खोला जाएगा। इससे पहले निगम की टीमों ने वहां आसपास के गांवों में मुनादी कर गांववालों को इसकी सूचना दे दी है। पिछली बार अचानक गेट खोले जाने के कारण कई गांवों में परेशानी आ गई थी। जलकार्य समिति प्रभारी अभिषेक शर्मा के मुताबिक यशवंत सागर में आज सुबह जलस्तर 18.5 फीट तक पहुंच गया, जिससे तालाब पूरी तरह लबालब हो गया और अब पानी लगातार बढऩे के कारण तालाब का एक गेट दोपहर में खोला जाएगा। इसके चलते आसपास के ग्रामीण हिस्सों में निगम की टीमों द्वारा मुनादी कर गांववालों की इसकी सूचना दे दी गई है, ताकि वहां कोई अप्रिय स्थिति ना बने। पानी लगातार बढ़ऩे के बाद अन्य गेट भी खोले जाने की तैयारी है। पिछली बार वहां अचानक पानी छोड़े जाने के कारण ग्रामीणों ने निगम अफसरों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था और इसको लेकर भी काफी विवाद हुए थे। निचले हिस्से वाले गांवों के साथ-साथ निगम ने उज्जैन डैम पर भी गेट खोले जाने की सूचना दी है, ताकि वहां भी अमला अलर्ट रहे। यशवंत सागर से छोड़ा गया पानी उज्जैन डैम पहुंचता है। अन्य तालाबों में बड़ी बिलावली का जलस्तर 18.3 फीट तक पहुंच गया, जबकि क्षमता 19 फीट की है।
शहरभर में पानी बना परेशानी
आज तडक़े से शहर के कई हिस्सों में हुई जोरदार बारिश के बाद शहर के कई नदी-नाले सरपट बहने लगे और कई गलियों में बारिश के पानी से तालाब नजर आने लगे। दर्जनों कालोनियों में जलजमाव की शिकायतें नगर निगम तक पहुंचने लगी और कई झोनलों की टीमें पानी निकासी के लिए भेजी भी गईं। सबसे बुरी हालत तोड़ा क्षेत्र में थी, जहां नाले का पानी लोगों के घरों में घुस गया और लोग सामान लेकर इधर-उधर परेशान होते रहे। लिम्बोदी क्षेत्र में नाला चोक होने के कारण आसपास की कई कालोनियों की सडक़ें पानी में डूब गईं। चंद्रभागा, खजराना चौराहा, बीआरटीएस, एरोड्रम की दर्जनों कॉलोनियों में पानी भरने की सूचना आती रही, वहीं साकेत में पेड़ गिरने की सूचना है। आज तड़क़े 3.30 बजे के आसपास शहर के कई हिस्सों में जोरदार बारिश हुई और कुछ देर बाद शहर के अन्य हिस्सों में भी झमाझम बारिश चलती रही, जिसके कारण कई इलाकों में जलजमाव होने के साथ-साथ साकेत नगर में पेड़ गिरने की सूचना के बाद निगम उद्यान विभाग की टीम वहां भेजी गई। शहर के एरोड्रम क्षेत्र की दर्जनों कालोनियों में पानी भरने के कारण लोग परेशान होते रहे। आज सुबह जब लोग घरों के बाहर किसी कार्य से निकले तो सडक़ें जलमग्न नजर आईं। बारिश के बाद कई इलाकों में जलजमाव की सूचना के बाद निगम के अधिकारी हरकत में आए और झोनलों पर नियंत्रणकर्ता अधिकारियों के साथ-साथ जिम्ेमदार अधिकारियो को भेजा गया, ताकि स्थिति पर नजर रखी जा सके। कई क्षेत्रों में पानी निकासी के लिए निगम की टीमें मोटर और अन्य संसाधन लेकर रवाना की गईं।
जल जमाव बना परेशानी
शहर के मुख्य मार्गों के साथ ही निचली बस्तियों में बारिश का पानी भर जाने से लोग परेशानी का सामना करते हुए देखे गए। अलसुबह अचानक तेजी बारिश शुरू हो गई। लोग अभी नींद से जागे ही थे कि उन्हें जलजमाव से परेशानी का सामना करना पड़ा। निचली बस्ती के कई घरों मेंपानी जमा होना शुरू हो गया था। सुबह आठ बजे बाद रिमझिम बारिश का दौर शुरू हुआ, जो आधे घंटे तक चला। 9 बजे बारिश थमने पर सभी ने राहत की सास ली है।
इन क्षेत्रों की शिकायतें पहुंचीं निगम कंट्रोल रूम
नगर निगम अधिकारयों के मुताबिक पालदा के शिव-पार्वती नगर में नाला चोक होने, शिवकंठ नगर की गलियों में पानी भरने, आनंद हास्पिटल, निर्मल लांड्री के समीप नाला चोक होने, कृष्णबाग, पल्हरनगर, ओल्ड पलासिया, रवींद्र नगर, बंगाली चौराहा, होलकर प्रतिमा, लिम्बोदी, छोटा बांगड़दा, व्यंकटेश विहार, शिवनगर, कनाडिय़ा, कलेक्टोरेट, बीआरटीएस, सुभाष नगर, गीता भवन, इंदिरा प्रतिमा सहित दर्जनों कालोनियों में पानी जमा होने के साथ-साथ खजराना चौराहा तालाब में तब्दील हो गया था, वहीं बीआरटीएस और वेलोसिटी की सर्विस रोड कई स्थानों पर पानी में डूबी नजर आई।
तोड़ा क्षेत्र में लोगों के घरों में घुसा पानी, गलियां बनीं तालाब
आज सुबह प्रेमसुख टाकीज के समीप तोड़ा क्षेत्र में रिव्हर साइड रोड पुलिस चौकी के समीप से तोड़ा के मकानों में नाले का पानी घुस गया, जिसके कारण लोग घरों से पानी उलीचते रहे। कई लोग सामान लेकर अन्य स्थानों पर भी चले गए। वहां करीब 60 से 70 मकानों में जलजमाव होने की शिकायते रहवासियों ने की थीं, जिसके चलते निगम की टीमें मौके पर पहुंची थीं और बड़ी मोटरें लगाकर पानी निकासी के कार्य शुरू किए गए। तोड़ा क्षेत्र के अन्य हिस्सों में भी जलजमाव के कारण लोग परेशान होते रहे। साउथ तोड़ा के निचले इलाकों में भी कान्ह नदी का पानी बढऩे के कारण आसपास के रहवासी क्षेत्र प्रभावित हुए।
कलालकुई, चंद्रभागा, लिम्बोदी में भी सडक़ों पर भरा पानी
कलालकुई मस्जिद के समीप चंद्रभागा, भाट मोहल्ला, लिम्बोदी में नाले के आसपास पानी अवरुद्ध होने के कारण वहां पानी आसपास की सडक़ों पर जमा हो गया, जिसके कारण लोगों का आवागमन बंद हो गया था। कई लोगों ने झोनल अधिकारियों के साथ-साथ क्षेत्रीय पार्षद को फोन लगाकर शिकायतें कीं।
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