नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने बेंगलुरु में हो रही (Happening in Bangaluru) विपक्षी दलों की बैठक (Meeting of Opposition Parties) को ‘कट्टर भ्रष्टाचार सम्मेलन’ (‘Hardcore Corruption Conference’) बताया (Termed) । मोदी ने इसे वंशवाद को बढ़ावा देने वाला और तुष्टिकरण की राजनीति करने वाला भ्रष्ट पार्टियों का गठबंधन करार दिया।
मोदी ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पोर्ट ब्लेयर में वीर सावरकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नए एकीकृत टर्मिनल भवन का उद्घाटन करते हुए कहा, “आज जो सभा हो रही है, वह केवल एक ही गारंटी दे सकती है, 20 लाख करोड़ रुपये के घोटालों की गारंटी।” उन्होंने विपक्षी दलों की बैठक को ‘कट्टर भ्रष्टाचार सम्मेलन’ बताया और कहा कि वे वैसे नहीं हैं जैसे वे बाहर से दिखते हैं।
पीएम मोदी ने टिप्पणी की कि “देश के लोग कहते हैं कि यह ‘कट्टर भ्रष्टाचार सम्मेलन’ है। इस बैठक की एक और खासियत यह है कि अगर कोई करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार में जमानत पर बाहर है, तो उन्हें बहुत सम्मान की नजर से देखा जाता है। अगर पूरा परिवार जमानत पर बाहर हैं, तो वे अधिक सम्मानित हैं, अगर कोई किसी समुदाय का अपमान करता है और अदालत उसे सजा देती है, तो वह सम्मानित होता है।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि सभी विपक्षी दल, जो आज एक साथ आए हैं, उन्हें देश के विकास या युवाओं के कल्याण की चिंता नहीं है, बल्कि वे केवल अपने परिवार के हितों को आगे बढ़ाने के बारे में चिंतित हैं। पीएम मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, “लोकतंत्र में, आदर्श वाक्य ‘लोगों का, लोगों द्वारा और लोगों के लिए’ है। लेकिन इन वंशवाद-संचालित पार्टियों के लिए आदर्श वाक्य ‘परिवार के लिए, परिवार द्वारा और परिवार के लिए’ है। उनके लिए ‘परिवार पहले और राष्ट्र कुछ भी नहीं है।”
पश्चिम बंगाल, राजस्थान और तमिलनाडु सरकारों पर हमला करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्षी दलों द्वारा शराब घोटाले और पेपर लीक जैसी कई अनियमितताओं के बावजूद, ये दल एक-दूसरे के अपराधों को कवर करते हैं और जब ईडी जैसी एजेंसियां उनकी जांच शुरू करती हैं, तो समान विचारधारा वाली पार्टियों के उनके सभी दोस्त उनका बचाव करने के लिए दौड़ पड़ते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में हाल के पंचायत चुनावों के दौरान हुई हिंसा में कांग्रेस और वामपंथी जैसी पार्टियों ने अपने कार्यकर्ताओं को खो दिया, फिर भी उन्होंने अपने स्वयं के स्वयंसेवकों की मदद की गुहार पर ध्यान नहीं दिया, क्योंकि उन्हें अपनी राजनीतिक की अधिक चिंता है।
पोर्ट ब्लेयर हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि छोटे द्वीप देशों ने अपने लिए विकास का रास्ता चुना है और इसी तरह उन्हें विश्वास है कि अंडमान और निकोबार द्वीप समूह भी नए बुनियादी ढांचे के आने से विकास की ओर आगे बढ़ेंगे। पीएम मोदी ने कहा, “पोर्ट ब्लेयर में इस नए टर्मिनल के साथ यात्रा, व्यापार व कनेक्टिविटी में भी सुधार होगा।”
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