उज्जैन। त्रि संयोग के साथ आज सावन दूसरे सोमवार पर सोमवती और हरियाली अमावस्या का पर्व आज मन रहा है। सोमकुंड सहित शिप्रा नदी के विभिन्न घाटों पर अमावस्या का स्नान चल रहा है। इसके लिए कल शाम से ही श्रद्धालुओं का शहर में आना शुरू हो गया था और लाखों श्रद्धालुओं ने सुबह जल्दी स्नान शुरू कर दिया है। आज सावन के दूसरे सोमवार पर तीन संयोग बने हैं, जो शिव और पितरों को प्रसन्न करने का खास दिन माना जा रहा है। सोमवती और हरियाली अमावस्या के साथ सावन सोमवार का यह शुंभ अवसर वर्षों बाद आया है। अमावस्या जब सोमवार, मंगलवार या शनिवार के दिन पड़ती है तो इन दिनों के साथ मिलकर इसका दुर्लभ फल भी प्राप्त होता है, अमावस्या तिथि के दौरान किए जाने वाले अनुष्ठानों से मिलने वाला फल कई गुना बढ़ जाता है। सोमवती अमावस्या पर किए गए कार्य वंश वृद्धि के सूचक बनते हैं। शहर के शिवालयों और सभी मंदिरों में इस दुर्लभ संयोग के तहत सुबह से अभिषेक अनुष्ठान किए जा रहे हैं। भोलेनाथ का आकर्षक श्रृंगार हरियाली से किया गया है। सोमवती और हरियाली अमावस्या के चलते शहर में लाखों भक्त शिप्रा में स्नान के लिए पहुँच गए हैं। सोमतीर्थ कुंड पर श्रद्धालुओं के स्नान के लिए फव्वारे भी लगाए गए हैं और यहाँ बड़ी संख्या में श्रद्धालु स्नान कर समीप स्थित सोमेश्वर महादेव का जलाभिषेक कर रहे हैं।
दोपहर तक यहाँ पर एक लाख से ज्यादा लोगों ने स्नान कर लिया है। इसके अलावा शिप्रा नदी के रामघाट, दत्तअखाड़ा सहित विभिन्न घाटों पर स्नान का सिलसिला जारी है और स्नान के बाद लोग पितरौं के निमित्त पूजन भी कर रहे हैं। आज सोमवार पर चंद्रमा का पुनर्वसु नक्षत्र में गोचर होने से विशेष फल मिलेगा, चंद्रमा मिथुन राशि में संचरण करते हुए पुनर्वसु नक्षत्र में होन से कुंडली में मौजूद चंद्र दोष की शांति होगी तथा चंद्रमा के शुभ फलों को प्राप्त किया जा सकेगा। चंद्रमा के पूजन द्वारा पितरौं को भी शांति प्राप्त होगी। शहर में शाम को भगवान महाकाल की सवारी भी निकलेगी और अमावस्या का स्नान भी आज होने से महाकालेश्वर मंदिर से लेकर शिप्रा नदी के घाटों तक 3 लाख के करीब श्रद्धालुओं की भीड़ जमा है और शाम तक यह दो गुनी हो सकती है। इसके चलते कल से ही शहर में शिप्रा नदी और महाकाल सवारी मार्गों पर बैरिकेटिंग कर दी गई थी और आज सुबह इन स्थानों पर ऑटो और ई-रिक्शा वालों का प्रवेश रोका जा रहा है। प्रशासन ने पहले सोमवार पर स्कूलों में अवकाश रखा था और रविवार को स्कूल खोले गए थे लेकिन यह प्रयोग पिछली बार सफल नहीं हो पाया और इस बार कलेक्टर ने सोमवार को स्कूल खुलने के आदेश कर दिए थे जिसके चलते आज शहर के सभी स्कूल नियमित रूप से खुले और बच्चे भी पहुँचे जबकि आज शहर में पिछले सोमवार से अधिक भीड़ है और सवारी मार्ग पर बैरिकेटिंग कर दी गई है और दोपहर में वाहनों को जाने नहीं दिया जाएगा, ऐसे में दोपहर 1 बजे बच्चों की छुट्टी होने के बाद उन्हें घर पहुँचने खासी फजीहत होगी क्योंकि महाकाल, शिप्रा नदी क्षेत्र सहित पुराने शहर में बच्चों को घर पहुँचना मुश्किल हो जाएगा। इस अवसर पर पुलिस की व्यवस्था भी लगी हुई थी।
शिप्रा और महाकाल क्षेत्र में सिंहस्थ का नजारा
आज सुबह तीन पर्व एक साथ होने से लाखों श्रद्धालु शहर में पहुँच गए हैं और रेलवे स्टेशन से लेकर देवासगेट, दौलतगंज, इंदौरगेट, तोपखाना, ढाबा रोड, बडऩगर रोड सहित शिप्रा नदी जाने वाले सभी मार्गों पर जाम की स्थिति बनी हुई है और श्रद्धालुओं की रेलमपेल मची है। इन रास्तों से वाहनों का प्रवेश रोका जा रहा है। आज संयोग होने के कारण भीड़ भी अधिक आई है और श्रावण का असर है।
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