इस्लामाबाद (Islamabad)। पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Former Prime Minister Imran Khan) की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। इमरान खान एक बार फिर पंजाब पुलिस की संयुक्त जांच टीम (Joint Investigation Team of Punjab Police) के समक्ष पेश हुए। उन्होंने अपने खिलाफ दर्ज 10 आतंकी मामलों (Statement in 10 terrorist cases) में अपना बयान दर्ज कराया।
अदालत से खान को मिली राहत
पीटीआई नेता असद उमर ने बताया कि इमरान खान शुक्रवार को डीआईजी कामरान आदिल की अध्यक्षता वाली जांच टीम के सामने पेश हुए थे। इस दौरान उन्होंने अपना बयान दर्ज करवाया और जांच टीम के सवालों के जवाब दिया। पूछताछ करीब 45 मिनट तक चली। इसके अलावा, न्यायमूर्ति अमजद रफीक ने शुक्रवार को खान की एक याचिका पर अंतरिम स्थगन आदेश पारित किया और 21 जुलाई तक सुनवाई स्थगित कर दी।
बता दें, इमरान खान इससे पहले भी 11 जुलाई को दो जांच टीम के सामने पेश हुए थे। उस वक्त खान ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक यासिर अफरीदी और पुलिस अधीक्षक रुखसार मेहदी की अध्यक्षता वाली दो जांच टीमों के समक्ष अपने बयान दर्ज कराए थे। इस दौरान उनसे 25 सवाल पूछे गए थे।
पहली पूछताछ के बाद क्या बोले थे खान
इमरान खान ने 11 जुलाई को पूछताछ के बाद बताया था कि मैं नौ मई की घटना की जिम्मेदारी कभी नहीं लूंगा क्योंकि मेरे साथ साजिश की गई थी। कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने मेरे खिलाफ साजिश रची थी। सरकार मुझे और मेरी पार्टी को कानूनी शिकंजे में जकड़ना चाहती है। मैं सहमत नहीं हूं कि नौ मई की घटनाओं में पीटाआई कार्यकर्ता शामिल थे, क्योंकि मेरे पास उन घटनाओं से जुड़ी साजिश के सबूत हैं। इमरान ने कहा कि वे मुझे राजनीति से खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन वे अपने मकसद पर कायम नहीं हो सकते।
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