नई दिल्ली: चीन के दिग्गज कारोबारी जैक मा (Jack Ma) और उनकी कंपनी अलीबाबा (Alibaba Group) की मुश्किलें दूर होती नजर नहीं आ रही है. पिछले कुछ वर्षों से शी जिनपिंग सरकार से तनातनी के बाद से ही अलीबाबा ग्रुप के बुरे दिन लगे हुए हैं. अब चीन के केंद्रीय बैंक, पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना ने अलीबाबा (Alibaba) की सहयोगी कंपनी एंट ग्रुप (Ant Group) पर एक अरब डॉलर का जुर्माना लगा दिया है. जुर्माना लगाने के पीछे की वजह उपभोक्ता सुरक्षा कानून और कार्पोरेट नियमों का उल्लंघन करना बताया गया है. एंट ग्रुप पेमेंट फर्म अली पे का संचालन भी करता है.
चीन सिक्योरिटीज रेगुलेटरी कमीशन, पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना और नेशनल फाइनेंशियल रेगुलेटरी एडमिनिस्ट्रेशन ने एक संयुक्त बयान में कहा कि एंट ग्रुप ने बैंकिंग और बीमा, भुगतान, मनी लॉन्ड्रिंग और फंड बिक्री में व्यावसायिक गतिविधियों से संबंधित नियमों को तोड़ा है. एंट ग्रुप ने जुर्माने की शर्तों का पालन करने की बात कही है. अलीबाबा की एंट ग्रुप के शेयर में 33 फीसदी की हिस्सेदारी है. दुनिया की सबसे बड़ी ऑनलाइन फाइनेंशियल टेक कंपनियों में से एक एंट की स्थापना 2014 में हुई थी. चीनी रेगुलेरिटी ने नवंबर 2020 में एंट के आईपीओ पर रोक लगा थी. अगर यह आईपीओ लॉन्च होता तो दुनिया का सबसे बड़ा आईपीओ होता.
न्यूयार्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले करीब तीन सालों से अलीबाब ग्रुप पर चीन सरकार की नजर टेढ़ी है. एक कार्यक्रम में अलीबाबा समूह के प्रमुख जैक मा के चीनी बैंकों की आलोचना करने के बाद से ही सरकार जैक मा पर सख्त हो गई. साल 2020 में एंट ग्रुप के आईपीओ पर ऐन वक्त पर रोक लगा दी गई. अलीबाबा पर 2.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर का एंटी ट्रस्ट जुर्माना लगाया गया. इतना ही नहीं अलीबाबा ग्रुप की कंपनी डीडी (Didi) पर भी को 1.2 अरब डॉलर का फाइन लगाया गया. एंट ग्रुप को मेडिकल लागत के लिए बनाए गए अपने क्राउडफंडिंग प्लेटफॉर्म जियानघुबाओ को बंद करने का आदेश दिया.
गौरतलब है कि एंट ग्रुप कह चुका है कि जैक मा ग्रुप का मालिकाना हक छोड़ देंगे. इस घोषणा के बाद चीन के केंद्रीय बैंक ने कहा था कि एंट ग्रुप के खिलाफ रेगुलेटरी रेगुलेशन के उल्लंघन को लेकर उसकी कार्रवाई पूरी हो चुकी है. सरकार के साथ तनातनी के बाद कई दिनों तक जैक मा नजर नहीं आए थे. उनके जेल में होने तक की अफवाह उड़ गई थी. बाद में उन्हें जापान और कुछ अन्य देशों में भी देखा गया. साल 2023 में ही जैक मा वापस चीन लौटे. अलीबाबा की स्थापना में जैक मा की सहायता करने वाले एग्जिक्यूटिव को अब ग्रुप का कामकाज सौंप दिया गया है.
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