गंजबासौदा। महिला बाल विकास विभाग द्वारा संचालित शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों की आंगनबाड़ी केंद्रों कि स्थिति अच्छी नहीं है,क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में ना समय पर पोषण आहार का वितरण हो रहा है,और शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जहां पर पोषण आहार का वितरण हो रहा है उसकी गुणवत्ता ठीक नहीं है। परंतु सुपरवाइजरों और परियोजना अधिकारी के पास इतना समय नहीं है कि वह शहरी क्षेत्र के हों या ग्रामीण क्षेत्र के आंगनबाड़ी केंद्र उनका निरीक्षण कर सकें। क्योंकि क्षेत्र में कई आंगनबाड़ी केंद्र तो ऐसे हैं जो कभी कभार ही खुलते हैं। और जो आंगनबाड़ी केंद्र खुलते है उन आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चे पोषण आहार के लिऐ अपने घर से बर्तन लेकर आते हैं।
जिस वह पोषण आहार लें जाते है, आंगनबाड़ी केंद्र पर बिठा कर पोषण आहार नहीं खिलाया जाता इसलिये की बर्तन साफ कौन करेगा। आंगनबाड़ी केंद्रों पर जो पोषण आहार वितरित किया जाता है उसे देखकर ऐसा लगता है जैसे कि विभाग पोषित और आंगनबाड़ी केंद्र कुपोषित हो रहे हैं। सरकार की मंशानुरूप आंगनबाड़ी केंद्र,संचालित नहीं हो रहे हैं। दैनिक सांध्य सर्च स्टोरी के संवाददाता द्वारा महिला बाल विकास परियोजना अधिकारी का पक्ष जानने के लिऐ उनसे दूरभाष पर सम्पर्क करना चाहा तो उनके द्वारा नाही काल रिसीव किया गया और नाही काल रिटर्न किया गया जो कि उनका यह कृत्य उनकी लापरवाह कार्य प्रणाली को दर्शाता है।
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