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    उज्जैन के निजी स्कूल गुरु सांदीपनि की परंपरा निभा रहे हैं और आधुनिक शिक्षा भी दे रहे हैं

  • July 07, 2023

    • कोरोना काल में आए संकट को कई स्कूल संचालकों ने टाला तथा विपरित परिस्थितियों में सामना किया-उज्जैन के प्रायवेट स्कूलों का शिक्षा स्तर उम्दा

    उज्जैन। भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षा स्थली उज्जैन में निजी और प्राइवेट स्कूल अच्छी शिक्षा देने का दायित्व निभा रहे हैं, क्योंकि नगर के शासकीय स्कूल अध्यापन के स्तर पर खरे नहीं उतरते हैं और यही कारण है कि शहरवासी प्राइवेट स्कूलों में ही अपने बच्चों का दाखिला कराना ठीक समझते हैं..यहाँ संस्कार भी दिए जा रहे हैं। यह भी एक मुख्य बात है कि उज्जैन में करीब 500 प्राइवेट स्कूल संचालित हो रहे हैं और उनके द्वारा अच्छी शिक्षा देने के साथ-साथ यह प्रयास किया जाता है कि छात्र-छात्राओं को भारतीय संस्कार भी प्रदान किए जाए एवं इसके लिए समय-समय पर गतिविधियाँ की जाती है..एक ओर देखने में आता है कि मिशनरी स्कूल भारतीय सनातन संस्कृति स्तर की जानकारी अपने आप पढऩे वाले विद्यार्थियों को नहीं दिए थे जबकि अन्य निजी स्कूल इसका पूरा ध्यान रखते हैं कि अंग्रेजी मीडियम होने के साथ-साथ हिन्दी एवं संस्कृत के स्तर पर भी विद्यार्थी को भी अच्छे ज्ञान के स्तर पर होना चाहिए..उज्जैन के निजी स्कूल कोरोना काल में विभिन्न परेशानियों से जूझ हैं और कई छोटे स्कूलों को बंद करना पड़ा तथा शासन ने भी कोई मदद नहीं की..ऐसे में कई स्कूल संचालकों ने मजबूती से विपरीत परिस्थितियों का सामना किया और किसी तरह वह मुश्किल समय निकाल दिया..


    यह प्रशंसा की बात है कि उज्जैन जैसे शहर में जहाँ अधिक फीस लेने पर या कोई भी अतिरिक्त शुल्क लेने पर पेरेंट्स विरोध करना शुरू कर देते हैं..वहाँ गुणवत्तापूर्ण है और अच्छे वातावरण को बनाए रखते हुए बड़ी संख्या में निजी स्कूल संचालित हो रहा है जिसमें हजारों बच्चे पढ़ रहे हैं..यही बच्चे आगे चलकर देश का भविष्य संभालेंगे..स्थानीय निजी स्कूल संचालकों का कहना है कि उज्जैन भगवान महाकालेश्वर की नगरी है और यहाँ पर स्कूल संचालित करना केवल व्यवसाय के रूप में नहीं गुरु सांदीपनि की परम्परा भी बनी रहे इसे ध्यान में रखकर हमारे द्वारा कार्य किया जाता है..अशासकीय शाला संगठन सहित निजी स्कूलों के दो तीन संगठन भी हैं और समय-समय पर अपनी विभिन्न माँगों को लेकर शासन स्तर पर माँग की जाती रही है..उज्जैन के शासकीय स्कूलों में अच्छे शिक्षक हैं और सभी तरह की सुविधाएँ प्राप्त हैं..ऐसे में उनकी विशेषज्ञ खूबियों को लेकर अग्रिबाण द्वारा शिक्षा परिशिष्ट की श्रृंखला शुरू की गई है जिसमें शिक्षण संस्थानों की जानकारी प्रदान की गई है.. निजी स्कूल के संस्थापकों एवं संचालकों का कहना है कि हमारे द्वारा कुछ श्रेणी के शिक्षक रखे जाते हैं और उनसे ही अध्यापन कार्य कराया जाता है..इसके अलावा कई तरह की सुविधाएँ प्रदान की जाती है एवं पढ़ाई के स्तर पर कोई समझौता नहीं किया जाता..उज्जैन के प्राइवेट स्कूल के अध्यापन की चर्चा न केवल पूरे जिले में बल्कि बाहर के शहरों में भी होती है..।

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