इस्लामाबाद। पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट को बुधवार को दूसरी महिला जज मिल गईं। राष्ट्रपति डॉ. आरिफ अल्वी ने नियुक्ति के बाद न्यायमूर्ति 61 वर्षीय मुसर्रत हिलाली को शीर्ष अदालत में पदोन्नत किया। इससे पहले हिलाली पेशावर उच्च न्यायालय (PHC) के मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्यरत थीं। मंगलवार को उन्हें न्यायाधीशों की नियुक्ति पर आठ सदस्यीय संसदीय समिति द्वारा समर्थन दिया गया।
राष्ट्रपति डॉ. आरिफ अल्वी ने औपचारिक रूप से उन्हें शीर्ष अदालत के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया था। इस साल 14 जून को पाकिस्तान के न्यायिक आयोग (JCP) ने न्यायमूर्ति हिलाली को शीर्ष अदालत में पदोन्नत करने की सर्वसम्मति से मंजूरी दी थी। जेसीपी सर्वोच्च न्यायालय के लिए न्यायाधीशों को नामित करता है।
पहली बार पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट में दो महिला जज होंगी। शीर्ष अदालत में न्यायाधीशों की संख्या 17 में से 16 हो जाएगी। इस साल जनवरी में न्यायमूर्ति आयशा ए मलिक ने रूढ़िवादी मुस्लिम देश में न्यायपालिका के शीर्ष पर पहुंचकर इतिहास रचने के बाद शपथ ली। न्यायमूर्ति हिलाली ने 1 अप्रैल को पीएचसी की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली और न्यायमूर्ति ताहिरा सफदर के बाद उच्च न्यायालय की मुख्य न्यायाधीश बनने वाली दूसरी महिला न्यायाधीश बनीं। सफदर ने सितंबर 2018 से अक्टूबर 2019 तक बलूचिस्तान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्य किया।
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