इंदौर (Indore)। बेरोजगार युवाओं के लिए मुख्यमंत्री की सीखो-कमाओ योजना में पंजीयन के लिए युवा खासे परेशान हो रहे हैं। योजना के लिए युवाओं का पंजीयन नहीं हो पा रहा है। पोर्टल से युवाओं के पंजीयन का विकल्प ही गायब हो गया है। मुख्यमंत्री की इस योजना के तहत इंदौर में करीब 10 हजार युवाओं को पंजीयन के बाद उद्योगों व अन्य प्रतिष्ठानों में प्रशिक्षण दिलवाने का लक्ष्य रखा गया है, लेकिन योजना की खामी सबसे पहले पोर्टल पर ही नजर आने लगी है। 15 जून से शुरू होने वाला युवाओं का पंजीयन अब तक पोर्टल पर शुरू नहीं हो पाया है।
पोर्टल की गड़बड़ी के कारण युवा रोज पंजीयन के लिए चक्कर काटने पर मजबूर हो गया है। शुरुआत में परेशानी आने पर अधिकारियों ने कहा था कि पोर्टल का काम चल रहा है, इसलिए पंजीयन में परेशानी आ रही है और उसे ठीक करने के बाद 25 जून से युवाओं के पंजीयन शुरू हो जाएंगे, लेकिन कल तक भी युवाओं के पंजीयन शुरू नहीं हो पाए हैं। पंजीयन के लिए युवाओं को पहले तो 25 जून की तारीख नजर आती रही। उसके बाद 25 जून की शाम 7 बजे से 26 जून की तारीख नजर आई और 27 जून से तो अभ्यर्थी पंजीयन का विकल्प ही गायब हो गया। दूसरी ओर संस्थानों के पंजीयन में भी कई कमियां देखी गईं। कई बार ओटीपी नहीं आया तो कई बार पासवर्ड बनाने में परेशानी देखी गई। क हीं ओटीपी नहीं आ रहा था तो कहीं पासवर्ड जनरेट नहीं हो रहा था। हालांकि इन सबके बावजूद पोर्टल पर पूरे प्रदेश में 10212 प्रतिष्ठानों का पंजीयन हो चुका है। 31658 पद अभी भी रिक्त हैं।
सरकार और प्रतिष्ठान मिलकर देंगे युवाओं को रुपया
योजना में प्रतिष्ठानों के लिए शर्तें हैं। योजना के अंतर्गत 12वीं पास युवाओं को 8 हजार रुपए प्रतिमाह, आईआईटी पास युवाओं को 8500 रुपए प्रतिमाह, डिप्लोमा पास युवाओं को 9 हजार रुपए और स्नातक या उच्च शिक्षा ले चुके युवाओं को 10 हजार रुपए स्टायपंड की पात्रता होगी। प्रत्येक माह निर्धारित स्टायपंड की 75 प्रतिशत राशि राज्य शासन की ओर से छात्र प्रशिक्षार्थी को डीबीटी के माध्यम से मिलेगी और शेष 25 प्रतिशत राशि प्रतिष्ठान को देना होगी। उल्लेखनीय है कि इस योजना के संबंध में सिटी बस ऑफिस में एक हेल्प डेस्क भी बनाई गई है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved