वाराणसी (Varanasi)। अंग्रेजी के महान कवि और नाटककार विलियम शेक्सपियर ने लिखा है कि नाम में क्या रखा है…? गुलाब को गुलाब कहा जाए या उसे किसी और नाम से पुकारा जाए, जब तक उसमें अपनी खुशबू है, नाम से कोई फर्क नहीं पड़ता। यही हो रहा है उत्तरप्रदेश (UP) के में जो कि पुराने नामों को धीरे-धीरे योगी सरकार बदल रही है। अब वाराणसी शहर की कई सड़कें और मोहल्ले जल्द ही नए नामों से जाने जाएंगे। नई सड़क-गिरिजाघर मार्ग भारतरत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खां के नाम से पुकारा जाएगा। फातमान रोड सरदार पटेल और मकबूल आलम रोड बिरहा गायक पद्मश्री हीरालाल यादव के नाम पर होगा। हीरालाल के नाम से सड़क के नामकरण को लेकर मुख्यमंत्री योगी (CM Yogi) ने भी पूर्व में घोषणा की थी।
इस संबंध में महापौर अशोक तिवारी बताया कि बनारस की विश्व में पहचान धार्मिक, प्राचीन ऐतिहासिक के अलावा खेल, साहित्य, शिक्षा सहित विभिन्न विधाओं के जरिए भी है। विभिन्न विधाओं को वैश्विक मंच तक लाने वालों में कई ऐसी विभूतियां हैं, जिन्हें अपेक्षित पहचान नहीं मिली है। लिहाजा नगर निगम ने उन विभूतियों के नाम पर सड़कों व मुहल्लों के नामकरण पर विचार किया है। शहर में ऐसे भी मार्ग के नाम हैं, जिनके बारे में नई पीढ़ी नहीं जानती है। उन्हें अलग रूप से पहचान मिलेगी।
उन्होंने बताया कि अभी करीब आधा दर्जन मार्गों और मुहल्लों के नाम बदलने का फैसला लिया गया है। पार्षदों संग अनौपचारिक बैठक में सहमति ले ली गई है। नगर निगम अफसरों को प्रस्ताव बनाने का निर्देश दिया जाएगा। उसे निगम की आगामी बैठक में रखा जाएगा।
महापौर ने बताया नामकरण के लिए पार्षदों से अपने-अपने वार्डों की प्रमुख सड़कों के नामकरण के लिए सुझाव मांगे जाएंगे। सड़कों का नामकरण स्थानीय विभूतियों के नाम पर होगा। उन्होंने बताया कि भोजूबीर मार्ग को राजर्षि उदय प्रताप जूदेव व पांडेयपुर-आजमगढ़ मार्ग को मुंशी प्रेमचंद के नाम पर रखने की तैयारी है। वहीं, सारनाथ, लंका, मंडुवाडीह, सुंदरपुर, लहरतारा, कज्जाकपुरा आदि इलाकों की प्रमुख सड़कों के भी नाम बदलने पर विचार चल रहा है।
महापौर की मानें तो नगर निगम के जोन व सबजोन के नाम भी परिवर्तित होंगे। उन्होंने बताया कि पूर्व में वार्डों के नाम बदले गए हैं। इससे वहां के स्थलों को विशेष पहचान मिली है। मौलवीबाग को मालवीयनगर रखने का विचार है। उसी तरह महमूरगंज का नाम भी बदला जाएगा।
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