इंदौर। पिछले दिनों केन्द्र सरकार ने देशभर में 7 पीएम मित्र मेगा टेक्सटाइल पार्क मंजूर किए, जिसका एमओयू भी 21 मई को हो गया। मुख्यमंत्री के साथ केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल भी मौजूद रहे। धार जिले के भैंसोला में लगभग दो हजार एकड़ पर यह टेक्सटाइल पार्क आना है, जिसकी एप्रोच रोड और जमीन को समतल करने का काम भी एमपीआईडीसी ने शुरू करवा दिया है। अभी नई दिल्ली में मध्यप्रदेश सहित सातों मंजूर किए गए पार्कों की समीक्षा की गई, जिसमें देशभर के टेक्सटाइल और गारमेंट उद्यमी भी शामिल हुए।
मध्यप्रदेश और तेलंगाना ही ऐसे राज्य हैं जिनके पास केन्द्र द्वारा मंजूर किए गए इस मेगा टेक्सटाइल पार्क के लिए पर्याप्त जमीन पहले से ही उपलब्ध है, जबकि अन्य 5 राज्य अब जमीनों की तलाश में जुटे हैं। एमपीआईडीसी ने पहले 1563 जमीन टेक्सटाइल पार्क के लिए चिन्हित कर रखी थी, मगर चूंकि बड़ी कम्पनियों की रुचि को देखते हुए 500 एकड़ जमीन और इसमें शामिल की गई है। क्षेत्रीय प्रबंधक रोहन सक्सेना के मुताबिक अब दो हजार एकड़ पर यह टेक्सटाइल पार्क विकसित किया जाना है। अभी दो दिन दिल्ली में सभी पार्कों को लेकर समीक्षा बैठक बुलाई गई, जिसमें केन्द्रीय मंत्री के साथ देशभर की बड़ी टेक्सटाइल और गारमेंट कम्पनियों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।
यह भी उल्लेखनीय है कि 8 हजार करोड़ रुपए से अधिक के शुरुआती प्रस्ताव ही कई बड़ी कम्पनियों ने टेक्सटाइल पार्क के लिए दे दिए हैं, वहीं आधा दर्जन से अधिक और नई कम्पनियों ने भी रुचि दिखाई है, जिसमें भीलवाड़ा की भी कई जानी-मानी टेक्सटाइल फर्में शामिल हैं। टेक्सटाइल पार्क में 50 एकड़ से लेकर 20, 15, 10 एकड़ और उससे कम के भूखंड भी तैयार किए जा रहे हैं। उसके साथही प्लग एंड प्ले सुविधा के लिए बहुमंजिला कॉम्प्लेक्स भी बनाए जाएंगे, जहां पर कई गारमेंट कम्पनियों को निर्मित जगह उपलब्ध कराई जाएगी, ताकि जॉब वर्क से लेकर अन्य कार्य किए जा सकें। केन्द्र सरकार ने इन टेक्सटाइल पार्कों में काम करने वाले वर्कर के लिए भी रहने से लेकर उनके स्वास्थ्य सहित अन्य सुविधाओं को विकसित करने की बात कही है। यानी आवासीय सुविधाएं भी टेक्सटाइल पार्क में विकसित होगी।
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