नई दिल्ली। भारत 2028 के अंत तक दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ने वाला 5जी बाजार बन जाएगा। इस अवधि तक देश के 70 करोड़ लोग 5जी प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करेंगे, जो कुल मोबाइल ग्राहकों का करीब 57 फीसदी होगा। 2022 तक एक करोड़ स्मार्टफोन धाारक 5जी प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर रहे थे।
एरिक्सन की ओर से बुधवार को जारी मोबिलिटी रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में अक्तूबर, 2022 में शुरुआत होने के बाद 5जी दूरसंचार सेवाओं का बहुत तेजी से विस्तार हो रहा है। इस दौरान भारतीय दूरसंचार बाजार में डिजिटल इंडिया मुहिम के तहत बड़े पैमाने पर 5जी नेटवर्क खड़ा किया जा रहा है। शुरुआत के चंद महीनों में ही 5जी ग्राहकों की संख्या एक करोड़ के स्तर पर पहुंच गई है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में अगले पांच साल में मोबाइल यूजर्स की कुल संख्या 1.2 अरब पहुंच जाएगी। इनमें से अधिकतर लोग 5जी का इस्तेमाल करेंगे। इसके साथ ही 2028 तक वैश्विक 5जी बाजार में भारत की हिस्सेदारी बढ़कर 15 फीसदी से ज्यादा हो जाएगी। इस अवधि तक दुनियाभर में 4.6 अरब लोग 5जी का इस्तेमाल करेंगे।
भारी चुनौतियों के बावजूद निवेश जारी
रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ बाजारों में भू-राजनीतिक चुनौतियों व व्यापक आर्थिक मंदी के बावजूद वैश्विक स्तर पर संचार सेवा प्रदाताओं ने 5जी प्रौद्योगिकी में निवेश करना जारी रखा है। 2023 अंत तक 5जी सेवा का इस्तेमाल करने वाले मोबाइल फोन ग्राहकों की संख्या वैश्विक स्तर पर 1.5 अरब हो जाएगी। वर्तमान में दुनियाभर में एक अरब से अधिक लोग 5जी सेवा का इस्तेमाल करते हैं।
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