रीवा। नौवें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय द्वारा दो दिवसीय योग शिविर का शुभारंभ कुलपति प्रो. राजकुमार आचार्य द्वारा किया गया। योग शिविर में योग चित्र, प्रदर्शनी, संगोष्ठी, योग प्रदर्शन एवं योगाभ्यास किये गये। कुलपति श्री आचार्य ने चित्र प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस अवसर पर वसुधेव कुटुंबकम विषय पर संगोष्ठी आयोजित की गयी। संगोष्ठी में कुलपति, कुल सचिव एवं एनपी पाठक उपस्थित रहे।
मुख्य अतिथि कुलपति राजकुमार आचार्य ने संबोधित करते हुए कहा कि योग हम सबकों जोड़ने का कार्य करता है, योग केवल शारीरिक अभ्यास न होकर मानसिक व अध्यात्मिक अभ्यास है। कुलसचिव सुरेन्द्र सिंह परिहार ने कहा कि योग जीवन का अभिन्न अंग है। प्रो. एनपी पाठक ने कहा कि संपूर्ण विश्व एक परिवार की तरह है और उस परिवार को एक साथ जोड़े रहने का कार्य योग करता है। योग हमारी भारतीय परंपरा है, प्राचीन संस्कृत है और संस्कार है। इसलिए भारत विश्व गुरू बनने की क्षमता रखता है।
कार्यक्रम का आयोजन अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय एवं सूचना और प्रसारण मंत्रालय के संयोजन में किया गया। कार्यक्रम में केन्द्रीय संचार व्यूरो के क्षेत्रीय कार्यालय के प्रतिनिधि मुकेश कुमार, हेमंत माड़कवाडे उपस्थित रहे। सागर के कल्पना लोक कला मंडल के कलाकारों ने सुंदर एवं मनमोहक नृत्य प्रदर्शित किया। मंच का संचालन योग एवं चेतना केन्द्र के प्रभारी आचार्य श्रीकांत मिश्रा ने किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर, अतिथि विद्वान, कर्मचारी, छात्र-छात्राओं सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।