नई दिल्ली। भारत में पिछले 9 साल में डिजिटल अर्थव्यवस्था का तेजी से विस्तार हुआ है। इस समय प्रौद्योगिकी क्षेत्र में ऐसी कोई जगह नहीं है, जहां भारतीय उद्यमी और स्टार्टअप मौजूद नहीं है। इस विविधता को देखते हुए सरकार ने 2025-26 तक देश के जीडीपी में प्रौद्योगिकी का हिस्सा बढ़ाकर 20-25 फीसदी करने का लक्ष्य रखा है।
आईटी मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने वैश्विक भारतीय प्रौद्योगिकी पेशेवर संघ के सम्मेलन में भारतीय-अमेरिकी उद्यमियों से कहा, 2025-26 तक भारतीय अर्थव्यवस्था 5 लाख करोड़ डॉलर की हो जाएगी। इसमें प्रौद्योगिकी और डिजिटल अर्थव्यवस्था का योगदान एक लाख करोड़ डॉलर या 20 फीसदी होगा। यह लक्ष्य पाने के लिए पीएम मोदी की अगुवाई में सरकार काम कर रही है। इसलिए, भारतीय-अमेरिकी उद्यमी भारत में आकर निवेश करें।
प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल सरकार की बड़ी उपलब्धि
आईटी मंत्री ने कहा, प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल मोदी सरकार की बड़ी उपलब्धियों में एक है। इससे न सिर्फ शासन व्यवस्था में बदलाव आया है बल्कि दशकों से फैले भ्रष्टाचार पर काबू पाने में मदद मिली है। लोगों तक पेंशन और अन्य सरकारी वित्तीय सुविधाओं का लाभ पहुंच रहा है। भारतीय नवाचार अर्थव्यवस्था का आकार आज बढ़कर 10 फीसदी पहुंच गया है। 2014 में इसकी रफ्तार 4-5 फीसदी थी।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved