भोपाल: आम आदमी पार्टी (Aam Admi Party) की मध्य प्रदेश में चुनावी रैली अब 25 जून की बजाय एक जुलाई को होगी. ग्वालियर में आम आदमी पार्टी के सुप्रीम लीडर और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Delhi CM Arvind Kejariwal) और पंजाब के सीएम भगवंत मान (Punjab CM Bhagwant Mann) एक जुलाई को गरजेंगे. आप ने आरोप लगाया है कि पूर्व अनुमति के बावजूद ग्वालियर जिला प्रशासन ने शिवराज सरकार (CM Shivraj Singh Chouhan) के दबाव में 25 जून की रैली के लिए मेला ग्राउंड देने से इनकार कर दिया है.
यहां बताते चले कि मध्य प्रदेश में इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी भी पूरी ताकत झोंकने जा रही है. आम आदमी पार्टी की योजना सूबे में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बाद तीसरे दल के रूप के मजबूत पैठ बनाने की है. इसी के तहत भोपाल के बाद आप ने ग्वालियर में अपने दो सूबे के मुख्यमंत्रियों अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान की चुनावी रैली 25 जुलाई को ग्वालियर में प्लान की थी. आप इसके पहले राजधानी भोपाल में इसी तरह की रैली कर चुकी है जिसमें अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान ने बीजेपी-कांग्रेस दोनों को जमकर घेरा था.
आप की प्रदेश अध्यक्ष और सिंगरौली की महापौर रानी अग्रवाल ने आरोप लगाया है कि अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान की 25 जून को होने वाली ग्वालियर की महारैली का प्रचार-प्रसार पूरे मध्य प्रदेश में बहुत तेजी से चल रहा था. इसे देख कर बीजेपी सरकार बहुत बुरी तरह से घबरा गई.आनन-फानन में मुख्यमंत्री शिवराज चौहन का कार्यक्रम 24 जून को ग्वालियर में उसी मेला मैदान में रख दिया गया, जिसमें 25 जून की रैली की अनुमति आम आमदी पार्टी ने 15 दिन पहले ही ले ली थी. आखिरी मौके पर बीजेपी सरकार ने झूठा कार्यक्रम बनवा कर आम आदमी पार्टी की रैली की अनुमति निरस्त करवा दी.
रानी अग्रवाल ने पार्टी कार्यकर्ताओं का आह्वान करते हुए कहा है कि हम बीजेपी को इस तानाशाही का जवाब देना जानते हैं. तुरंत ही मध्य प्रदेश के साथी इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए दुगनी ताकत से लग गए हैं. अब महारैली एक जुलाई 2023 को उसी मैदान मेला ग्राउंड ग्वालियर में दोपहर दो बजे से हो रही है. पार्टी ने इस रैली में एक लाख से ज्यादा लोगों के आने की बात कही है.
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