इन्दौर। धार रोड (Dhar Road) पर रहने वाली एक प्रसूता को डिलीवरी (Delivery) के लिए अस्पताल (Hospital) ले जा रही एंबुलेंस (Ambulance) में उसे दर्द उठा तो एंबुलेंस में तैनात डॉक्टरों (Doctors) ने उसके परिजन की इजाजत लेकर एंबुलेंस में ही डिली वरी कराकर बच्चे को सुरक्षित बचाया।
आकाश नगर (Akash Nagar) की रहने वाली प्रसूता सविताबाई का डिलीवरी का टाइम आया तो उसकी तबीयत खराब हुई। उसके घरवालों ने प्रकाशचंद सेठी अस्पताल (Prakashchand Sethi Hospital) ले जाने के लिए 108 पर फोन लगाकर एंबुलेंस बुलवाई। एंबुलेस वाले प्रसूता के घर पहुंचे तो वहां से अस्पताल की दूरी 8 किलोमीटर थी। प्रसूता और उसके परिजन को एंबुलेंस में बैठाकर अस्पताल लाया जाने लगा। एंबुलेंस दो किलोमीटर करीब चली थी कि सविता बाई को प्रसव पीड़ा होने लगी। दर्द से तड़पती सविताबाई को देखकर एंबुलेंस में मौजूद ईमटी रोहित यादव और पायलट सचिन ने उसके परिजन से रास्ते में ही डिलीवरी कराने की अनुमति मांगी। हालांकि इस दौरान कोई महिला डॉक्टर एंबुलेंस में मौजूद नहीं थी, लेकिन परिजन ने प्रसूता की जान बचाने के लिए डिलीवरी कराने की इजाजत दे दी, जिसके बाद एंबुलेंस रोककर सविताबाई की रास्ते में ही डिलेवरी कराई गई। सविताबाई ने स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया, जिसके बाद दोनों को पास के ही अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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