सीहोर। फर्जी डायवर्सन के मामले में थाना कोतवाली सीहोर द्वारा श्यामपुर निवासी जुगलकिशोर पाटीदार आत्मज स्वर्गीय नर्बदा प्रसाद पाटीदार पर एफआईआर दर्ज की गई है। पाटीदार द्वारा नेशनल हाईवे के लिए भूमि अधिग्रहण के दौरान करोड़ों रुपए का अनुचित लाभ लेने के उद्देश्य से डायवर्सन के फर्जी दस्तावेज तैयार कर प्रस्तुत किए गए थे। जुगल किशोर पाटीदार के विरुद्ध थाना कोतवाली सीहोर में भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 420, 467, 468 तथा धारा 34 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है।
इस मामले की एसडीएम अमन मिश्रा द्वारा की गई गहन जांच में यह तथ्य सामने आया कि जुगलकिशोर पाटीदार द्वारा करोड़ों रुपए का अनुचित लाभ लेने के उद्देश्य से न केवल फर्जी दस्तावेज तैयार किए गए, बल्कि व्यवहार न्यायालय एवं उच्च न्यायालय के समक्ष झूठे बयान देते हुए दावे प्रस्तुत किए गए। इस प्रकरण में न्यायालय कलेक्टर तथा कार्यालय अनुविभागीय अधिकारी एवं भू-अर्जन अधिकारी द्वारा पारित आदेश से यह स्पष्ट होता है कि जुगलकिशोर पाटीदार द्वारा ग्राम श्यामपुर में खसरा नंबर 586 रकबा 0.44 एकड़ में से 0.004 के डायवर्सन के लिए आवेदन प्रस्तुत किया था और सक्षम अधिकारी द्वारा केवल खसरा नंबर 586 रकबा 0.44 एकड़ में से केवल 0.004 का डायवर्सन स्वीकृत किया गया था। अर्जित की गई भूमि सर्वे नंबर 682/1 का कभी भी डायवर्सन स्वीकृत नही किया गया था।
आरोपी द्वारा आपराधिक षडयंत्र करते हुए 4 करोड़ 87 लाख 16 हजार 291 रूपए की राशि एवं उस पर ब्याज का अनुचित लाभ लेने के उद्देश्य से राजस्व प्रकरण में फेरबदल की गई। इस कृत्य के लिए आरोपी के विरूद्द प्रभारी तहसीलदार पूर्णिमा शर्मा द्वारा थाना कोतवाली सीहोर में आपराधिक प्रकरण दर्ज कराया गया। एसडीएम द्वारा कराई गई जांच के पश्चात यह पता चला कि आवेदक जुगलकिशोर पाटीदार एवं उस समय पदस्थ शासकीय अमले की मिली भगत से राजस्व प्रकरण में फर्जी दस्तावेज तैयार किए गए थे। प्रशासन ने इस मामले का खुलासा करते हुए पाटीदार के विरूद्ध तो प्रकरण पंजीबद्ध करा दिया है, लेकिन राजस्व प्रकरण के फर्जी दस्तावेज तैयार कराने वाले शासकीय अमले पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। प्रशासन तत्कालीन कर्मचारियों के खिलाफ भी कार्यवाही करने कि तैयारी कर रहा है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved