बड़वानी। फरियादिया मनीषा पति मनोज पारेख निवासी खेतिया घबराहट के साथ थाने पर आई जिस ने बताया कि अभी मेरे पति किराना दुकान पर बैठे थे और उनके चिल्लाने की आवाज आने पर मैंने देखा तो 3 से 4 लोग उन्हें धक्का मार कर उठा कर मुंह पर स्प्रे मारकर सफेद रंग की अर्टिगा कार में बैठाकर महाराष्ट्र तरफ अपहरण कर ले गए हैं। जिसकी रिपोर्ट पर थाने पर अपराध क्रमांक 159 /23 धारा 365 का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
फरियादी से पूछताछ के दौरान पता चला कि सेलआम्बा गुजरात के व्यापारियों से पैसे के लेनदेन को लेकर कुछ दिन पूर्व मनोज पारेख का विवाद हुआ था। दिनदहाड़े हुए इस अपहरण को लेकर पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई! पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद द्वारा इस घटना को बड़ी गंभीरता के साथ लेते हुए तत्काल 60 पुलिसकर्मियों की 10 अलग अलग टीम गठित कर एसडीओपी राजपुर रोहित अलावा के नेतृत्व में रवाना की गई।
आरोपी गण
किस तरह किया टीम ने घटना का खुलासा
पुलिस अधीक्षक श्री पुनीत गेहलोद जिला बड़वानी के मार्गदर्शन में तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महोदय श्री आर डी प्रजापति के मार्गदर्शन में तथा एसडीओपी राजपुर रोहित अलावा के नेतृत्व में गठित टीम तत्काल सक्रिय होकर अपहरणकर्ताओं की तलाश में महाराष्ट्र और गुजरात दो राज्यों मैं रवाना हुई। श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय निरंतर टीम को लीड कर रहे थे। टीम द्वारा महाराष्ट्र के फुटेज देखने पर वाहन का नंबर MP13CE 2994 प्राप्त हुआ जिसका रूट सेलआम्बा गुजरात जाना दिखाई दिया। तत्काल संदिग्धों के निवास क्षेत्र की जानकारी वाली टीम एक्टिव होकर संदेहीयो के घर पहुंची। जहां पर संदेही व्यक्ति नहीं मिले।
संदेहीयो के फार्म हाउस पर व्यापारी मनोज पारीक के होने की शंका होने पर तत्काल टीम द्वारा पूरे फार्म हाउस की सघन तलाशी ली गई जो बहुत ही बड़े एरिया में था जहां पर भी अपह्त मनोज पारेख का कोई पता नहीं चला। तकनीकी शाखा टीम ने तकनीकी माध्यमों से पता करके बताया कि संदिग्ध लोग दाहोद होकर गुजरात तरफ जाने वाले हैं। पुनः संदिग्ध व्यक्तियों का पीछा करने वाली टीम दाहोद गुजरात तरफ रवाना हुई। टीम को जानकारी मिली कि सफेद कलर की अर्टिगा कार मैं 6 संदिग्ध बैठे हैं जो झाबुआ होकर नागदा या उज्जैन तरफ रवाना होने वाले हैं। पुलिस टीम तत्काल हरकत में आई नाकाबंदी करने हेतु मार्ग में आने वाले सभी थानों चौकियों को अलर्ट किया।
झाबुआ जिले की करवड चौकी में नाकाबंदी कर उक्त सफेद कलर की अर्टिगा कार को रोका गया जिसमें 6 संदिग्ध व्यक्ति मिले। पुलिस टीम ने संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की उन्होंने बताया कि हमने व्यापारी मनोज पारेख का अपहरण करके उसे केवड़िया गांव स्थित स्टेचू ऑफ़ यूनिटी के पास के होमस्टे मैं हाथ पैर बांधकर बंधक बनाकर रखा है। जिस पर तत्काल पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा गठित टीम बिना देर किए तत्काल स्टैचू ऑफ यूनिटी पहुंची सघन सर्चिंग करने के पश्चात टीम ने अपह्त हुए व्यापारी मनोज पारेख को सकुशल अपहरणकर्ताओं के चुंगल से छुड़ाया। इस तरह बड़वानी पुलिस टीम ने 6 अपहरण कर्ताओं के मंसूबों को नाकाम कर मात्र 14 घंटों में सनसनीखेज अपहरण का खुलासा किया।
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