• img-fluid

    NEET- UG Entrance Exam: NTA अब मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम का नहीं करेगा आयोजन

  • June 14, 2023

    नई दिल्‍ली (New Delhi)। मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी (NEET-UG) के आयोजन में नेशनल मेडिकल कमीशन-एनएमसी (National Medical Commission-NMC) द्वारा कई बदलाव किए गए हैं। इनमें इनमें से कुछ बदलाव तार्किक है तो कुछ समझ से परे हैं। कमीशन द्वारा जारी किया गया नया एज-क्राइटेरिया तार्किक नहीं है तथा समझ से परे है। एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि नए एज क्राइटेरिया के अनुसार विद्यार्थी को परीक्षा-वर्ष की 31-जनवरी को 17-वर्ष की उम्र पूर्ण करनी होगी. जबकि पिछले एज-क्राइटेरिया के अनुसार विद्यार्थी परीक्षा-वर्ष में 31-दिसंबर तक 17-वर्ष की उम्र पूर्ण करने पर भी नीट-यूजी परीक्षा में सम्मिलित होने का पात्र था।



    बता दें कि विद्यार्थी को 17-वर्ष की उम्र पूर्ण करने के लिए पहले की तुलना में अब 11 महीने कम मिलेंगे. नए एज-क्राइटेरिया के अनुसार जिन विद्यार्थियों की उम्र 31-जनवरी, 2024 तक 17-वर्ष पूर्ण नहीं होगी वे नीट-2024 में सम्मिलित नहीं हो सकेंगे. देव शर्मा ने बताया कि यदि पुराने एज-क्राइटेरिया को लागू किया जाता तो 31-दिसंबर,2024 तक 17-वर्ष की उम्र पूर्ण करने वाले विद्यार्थी भी नीट-2024 में सम्मिलित होने के पात्र होते. निश्चित तौर पर इस ने एज-क्राइटेरिया से प्रतिभाशाली विद्यार्थी नीट-यूजी परीक्षा में सम्मिलित होने से वंचित हो सकते हैं।

    कमीशन द्वारा टाइ ब्रेकिंग नियमों में भी आमूलचूल परिवर्तन किया गया है. नए क्राइटेरिया के अनुसार विद्यार्थियों के कुल-अंक समान होने पर फिजिक्स विषय में अधिक अंक प्राप्त करने वाले को बेहतर रैंक दी जाएगी। यदि फिर भी टाइ होता है तो फिर केमिस्ट्री तथा अंतत: बायोलॉजी के अंकों के आधार पर टाइ-ब्रेकिंग होगा। देव शर्मा के अनुसार नया टाइ-ब्रेकिंग क्राइटेरिया तार्किक प्रतीत होता है क्योंकि फिजिक्स-विषय में बेहतर अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी की तार्किक क्षमता निश्चित तौर पर बेहतर होगी!

    देव शर्मा ने बताया कि नीट-यूजी के लिए जारी किए गए एलिजिबिलिटी-क्राइटेरिया के अनुसार 12वीं बोर्ड में अंक प्रतिशत की बाध्यता समाप्त कर दी गई है. अब 12वीं बोर्ड में उत्तीर्ण सभी विद्यार्थी मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी में ड्यूटी में सम्मिलित होने के पात्र होंगे.

    देव शर्मा ने बताया कि नेशनल मेडिकल कमीशन-एनएमसी,नई दिल्ली द्वारा हाल ही में जारी किए गए एमबीबीएस-सीटों के आंकड़ों के अनुसार वर्तमान में 695-मेडिकल संस्थानों में 1-लाख,6-हजार-333 एमबीबीएस सीटें आवंटन के लिए उपलब्ध हैं. कोविड पूर्व वर्ष-2019 के नेशनल मेडिकल कमीशन-एनएमसी नई,दिल्ली के आंकड़ों पर नजर डाले जाए तो ज्ञात होता है कि उस समय देश के 497-मेडिकल संस्थानों में 60680-एमबीबीएस सीटें उपलब्ध थीं।

    Share:

    सहारा इंडिया लाइफ इंश्योरेंस को मिली राहत, कारोबार को SBI लाइफ को सौंपने के इरडा के आदेश पर रोक

    Wed Jun 14 , 2023
    नई दिल्ली। प्रतिभूति अपीलीय न्यायाधिकरण (सैट) ने मंगलवार को सहारा समूह की फर्म की संपत्तियों और लगभग दो लाख पॉलिसी की देनदारियों को एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस को हस्तांतरित करने के प्रतिभूति नियामक इरडा के आदेश पर रोक लगा दी। इसे सहारा इंडिया लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के लिए बड़ी राहत बताया जा रहा है। मामले […]
    सम्बंधित ख़बरें
  • खरी-खरी
    शुक्रवार का राशिफल
    मनोरंजन
    अभी-अभी
    Archives
  • ©2024 Agnibaan , All Rights Reserved