नई दिल्ली: भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान की वित्तीय सेहत लगातार बिगड़ती जा रही है. ऐसे में पाकिस्तान सरकार अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (International Monetary Fund) से बेलआउट पैकेज पाने के लिए चुनाव से पहले वित्त वर्ष 2024 का बजट पेश करने जा रही है. माना जा रहा है कि सरकार इस बजट के जरिए आईएमएफ (Pakistan IMF Bailout Package) की सभी शर्तों को पूरा करने की कोशिश करेगी जिससे वह अपने नकदी संकट को दूर कर सके.
पाकिस्तान के सामने है मुसीबतों का पहाड़
पाकिस्तान सरकार का वित्तीय घाटा लगातार बढ़ रहा है और देश में महंगाई दर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है. इसके साथ पाकिस्तानी रुपया डॉलर के मुकाबले पिछले एक साल में 30 फीसदी तक टूट चुका है. वहीं देश में विदेशी मुद्रा की भारी कमी है. देश में फॉरेक्स रिजर्व केवल इतने बचे हैं जिससे केवल एक महीने का ही आयात किया जा सकता है. ऐसे में वित्त वर्ष 2024 के बजट के जरिए पाकिस्तान अपनी कुछ मुश्किलों को कम करने की कोशिश कर सकता है.
राजकोषीय घाटा 6.54 फीसदी रहने की संभावना
रायटर्स की रिपोर्ट के अनुसार वित्त वर्ष 2023-24 सकल घरेलू उत्पाद का कुल राजकोषीय घाटा 6.54 फीसदी रहने का अनुमान है. इसके साथ ही पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार ने कहा है पहले सरकार का अनुमान था कि राजकोषीय घाटा 4.9 फीसदी रहेगा, लेकिन अब यह गिरकर 6.54 फीसदी हो गया है. ऐसे में इसमें अनुमान की तुलना में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है. ऐसे में सरकार की कुल आय 9.2 खरब पाकिस्तानी रुपये और खर्च 14.5 खरब रुपये रहने की संभावना है.
पाकिस्तान का रक्षा बजट कितना रहेगा?
गौरतलब है कि सरकार का लक्ष्य है कि देश में महंगाई दर कमी करें. फिलहाल देश में मुद्रास्फीति दर 38 फीसदी के आसपास है जिसे सरकार 21 फीसदी तक ले जाने की कोशिश कर रही है. इसके साथ ही पाकिस्तान सरकार वित्त वर्ष 2024 में रक्षा बजट पर कुल 1.8 अरब रुपये रखा है. ध्यान देने वाली बात ये है कि आने वाले कुछ महीनों में सरकार को 7.3 अरब रुपये के लोन की किस्त देनी है.
ऐसे में 9.2 अरब रुपये के टैक्स कलेक्शन में सरकार इस कर्ज को कैसे चुकाएगी यह बड़ा सवाल है. शुक्रवार को पीएम शहबाज शरीफ ने कहा कि हमें उम्मीद है कि इस महीने के अंत तक हम आईएमएफ प्रोग्राम को पूरा कर लेंगे. इसके साथ ही उन्होंने यूएई, सऊदी अरब और चीन को मुश्किल वक्त पाकिस्तान का साथ देने के लिए शुक्रिया अदा किया.
इस महीने खत्म हो रहा आईएमएफ का बेलआउट पैकेज
डिफॉल्ट होने की कगार पर खड़े पाकिस्तान का आईएमएफ के साथ हुई 6.5 बिलियन डॉलर का बेलआउट पैकेज की मियाद इस महीने खत्म हो रही है. ऐसे में नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान के लिए यह बेलआउट पैकेज प्राप्त करना बहुत आवश्यक है. सरकार को उम्मीद है कि वह 2.5 बिलियन डॉलर की अगली किश्त जल्द ही आईएमएफ से प्राप्त कर लेगी.
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