इंदौर। पांचवीं-आठवीं की परीक्षा के परिणाम में छात्रों को खासी दिक्कत का सामना करना पड़ा था। हल्ला मचने के बाद पुनर्मूल्यांकन 3 जून तक किया गया, जिसमें हजारों बच्चों के परिणाम में सुधार भी हुआ। अब फेल छात्रों को दोबारा परीक्षा देने का मौका 22 जून से दिया जा रहा है। इसके लिए टाइम टेबल (Time Tabel) जारी हो चुका है। वहीं इन्दौर डीपीसी (Indore DPC) पद पर अधिकारी का इंतजार है।
राज्य शिक्षा केंद्र (State Education Center) ने पांचवीं-आठवीं की परीक्षा में असफल छात्रों को फिर से परीक्षा देने का अवसर दिया है। भोपाल से जारी टाइम टेबल में 22 से 27 जून तक दोनों कक्षाओं में अनुत्तीर्ण छात्र परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। 15 जून से छात्रों को प्रवेश पत्र ऑनलाइन लेने की सुविधा रहेगी। वहीं आंतरिक अंक और त्रुटि सुधार के लिए 10 जून तक का समय राज्य शिक्षा केंद्र की ओर से निर्धारित किया गया है। भोपाल से जारी निर्देश में बीआरसी को परीक्षा संबंधित दिक्कतों को दूर करने के लिए स्कूल एवं छात्रों में बेहतर तालमेल रखना होगा। समस्या आने पर डीपीसी इसमें सुधार भी कर सकते हैं। प्रदेश में करीब 24 लाख छात्र पांचवीं-आठवीं की परीक्षा में शामिल हुए थे।
कार्रवाई पर मौन…!
13 साल बाद पांचवीं-आठवीं की परीक्षा बोर्ड पैटर्न पर ली गई थी। परिणाम जारी करने में राज्य शिक्षा केंद्र की खामियां बहुत रहीं, जिससे छात्र व शिक्षक लंबे समय तक परेशान भी रहे। कई छात्रों को ऑनलाइन जारी अंकसूची में नंबर तो कुछ को विषय सही नहीं दिख रहे थे। वहीं सैकड़ों निजी स्कूलों के छात्रों का परिणाम तो शून्य आया था। पुनर्मूल्यांकन किया गया, जिसमें हजारों छात्र पास भी हो गए। गलती किसकी है, किस स्तर पर हुई थी इस पर राज्य शिक्षा केंद्र मौन है। छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ करने वालों पर कार्रवाई नहीं की गई।
इंदौर में जवाबदार अधिकारी ने अधिकारी का पद खाली
पांचवी आठवीं परीक्षा के लिए जिला स्तर पर डीपीसी प्रमुख अधिकारी होते हैं इंदौर में पिछले 12 दिनों से यह पद खाली है जिला स्तर पर शिक्षक व बीआर सी को सक्षम अधिकारी के अभाव में दिक्कतो का सामना करना पड़ रहा है, अब 2 सप्ताह बाद जब परीक्षाओं का दौर शुरू हो जाएगा ऐसे में मुख्य अधिकारी का पद खाली रहने से कई तरह के व्यावहारिक कठिनाइयां शिक्षक को तो करना पड़ेगी।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved