भोपाल (Bhopal)। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के हिज्ब उत तहरीर आतंकी मॉड्यूल मामले (Hizb ut Tahrir terror module case) की जांच एनआईए (नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी) (NIA – National Investigation Agency) ने शुरू की है। एनआईए इस मामले की तफ्तीश मध्य प्रदेश पुलिस, ATS के साथ कर रही है। इसके लिए NIA की विशेष टीम गिरफ्तार किए गए 6 लोगों से पूछताछ करने के लिए भोपाल पहुंची है।
जांच एजेंसी इस एंगल पर भी तफ्तीश कर रही है कि इस मॉड्यूल ने देश के अन्य किन शहरों को अपना निशाना बनाया है। मध्य प्रदेश एटीएस ने कुछ दिन पहले इस मामले में भोपाल से 8 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इसके बाद गृह मंत्रालय के आदेश के बाद मामले की जांच नेशनल इन्वेस्टिगेटिंग एजेंसी (NIA) को सौंप दी गई थी।
जांच के दौरान पता चला था कि साल 2022 में देश के अलग-अलग हिस्सों में इस मॉड्यूल के लोगों ने गुपचुप तरीके से बैठक की और युवाओं में कट्टरपंथी सोच पैदा करने की साजिश रची. जांच एजेंसियों के मुताबिक, साल 2022 से यह ग्रुप सक्रिय है और एक धर्म विशेष के माध्यम से युवाओं को भड़काने में लगा हुआ है।
बीते दिनों ATS ने 16 संदिग्धों को किया था गिरफ्तार
बता दें कि बीते दिनों एमपी के एंटी टेररिज्म स्क्वॉड (एटीएस) ने इस्लामिक कट्टरपंथी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर (HuT) से जुड़े 16 संदिग्धों को गिरफ्तार किया था. मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दावा किया था कि पकड़े गए संदिग्धों में कोई प्रोफेसर है तो कोई जिम ट्रेनर है।
उन्होंने ये भी दावा किया था कि ये लोग लव जिहाद से लेकर जबरन धर्मांतरण तक की गतिविधियों में भी शामिल थे. उन्होंने बताया था कि कुछ महीनों से जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (JMB), पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) और हिज्ब-उत-तहरीर (HuT) से जुड़े लोगों के खिलाफ एक्शन लिया जा रहा है।
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