- देशभर के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के जन्मस्थान की मिट्टी को नमन ,प्रदर्शनी आयोजित हुई…
विदिशा। आज का युवा वर्ग विश्व के बदलाव की बयार में बह रहा है, जिसके चलते वह अपने संस्कारों से दूर होता जा रहा है ,अपने अतीत की ऐतिहासिक धरोहर और परंपराओं से भी अनभिज्ञ बना हुआ है, आज के युवाओं का आत्मबल अत्यंत कमजोर हो गया है , परेशान भी बना हुआ है ,व्यक्ति जब जड़ से जुड़ा रहता है ,तो उसके जीवन में हमेशा हरियाली बनी रहती है उक्त उद्गार विदिशा की विरासत समूह की पुस्तक विदिशा विरासत और धरोहर के विमोचन के अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार इतिहासकार श्री रमेश चंद्र जी शर्मा ने दिए। कार्यक्रम में पुरातत्वविद श्री नारायण व्यास जी ने कहा कि मैं पुरातत्व विभाग में सर्वेक्षण का काम करता था मैंने देश भर की कई प्राकृतिक ऐतिहासिक जगहों का भ्रमण किया है साथ में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सेनानियों की जन्मस्थली अथवा शहीद स्थल की माटी को एकत्रित किया है जिससे आगे आने वाली पीढ़ी उनसे प्रेरणा ले। मेरा यह काम निरंतर चल रहा है, मुझे इस काम की प्रेरणा मेरे पिताजी से मिली मैंने स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन के समय प्रकाशित पत्र पत्रिकाओं की कटिंग को भी एकत्रित किया है।
उन्हीं की प्रदर्शनी यहां लगाईं गई है। हमें स्वतंत्रता भीख में नहीं मिली जिसके लिए कई लोगों का बलिदान हुआ है कई लोगों ने संघर्ष किया है कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों के साथ प्रभारी कलेक्टर श्री योगेश जी भरसट द्वारा स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की माटी पर पुष्पांजलि अर्पित कर और दीप प्रज्वलन कर किया गया। समूह सदस्यों द्वारा मंचासीन कार्यक्रम के प्रमुख वक्ता श्री रमेश जी शर्मा एवं श्री नारायण जी व्यास और प्रभारी कलेक्टर श्री योगेश जी भरसटष्टश्वह्र जिला पंचायत का स्वागत किया गया, स्वागत करने वालों में कैलाश अग्रवाल, सुभाष जैन मनमोहन बंसल, अवधेश दुबे , एस एन शर्मा, भास्कर राव कंपूवाले ,मनमोहन शर्मा, बृज किशोर गोयल , हरिहर चतुर्वेदी ने माल्यार्पण कर अतिथियों का स्वागत किया साथ ही शाल श्रीफल से ओ पी चतुर्वेदी , मनोज शर्मा, राजकुमार सोनी प्रिंस, डॉ परमानंद मिश्रा, डॉक्टर वेद प्रकाश मेहरा , राजकुमार शर्मा द्वारा किया गया इसके साथ ही शहर प्रबुद्ध देवेश आर्य ने अपने साथी राकेश बंसल ,राजाराम राजपूत , संतोष सिंह , अजय राजपूत , पवन चौबे, श्री प्रेम नारायण शर्मा आदि मौजूद रहे।