नई दिल्ली (New Delhi)। सार्वजनिक क्षेत्र की कोयला कंपनी (Public Sector Coal Company), कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) (Coal India Limited – CIL) की बिक्री पेशकश (ओएफएस) (Offer for Sale (OFS) पहले दिन ओवर सब्सक्राइव (over subscribe) हो गया। इश्यू को 3.46 गुना सब्सक्राइब किया गया। संस्थागत निवेशकों ने 6,500 करोड़ रुपये की बोलियां लगाईं। सरकार ने सीआईएल में ओएफएस के माध्यम से तीन फीसदी तक हिस्सेदारी बेचने की पेशकश की है।
निवेश एवं लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के सचिव तुहिन कांत पांडेय ने गुरुवार को ट्वीट कर यह जानकारी दी है। दीपम सचिव ने बताया कि संस्थागत निवेशकों के लिए आरक्षित कुल 8.31 करोड़ शेयरों की पेशकश पर 28.76 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां मिलीं। संस्थागत निवेशकों के खंड को 3.46 गुना अभिदान मिला है। वहीं, करीब 226.12 रुपये प्रति शेयर के सांकेतिक भाव पर संस्थागत निवेशकों ने 6,500 करोड़ रुपये की बोलियां लगाई हैं। खुदरा निवेशक शेयरों के लिए शुक्रवार को बोली लगा सकेंगे।
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार दो दिन की बिक्री पेशकश में सार्वजनिक क्षेत्र की कोयला कंपनी कोल इंडिया में अपनी तीन फीसदी हिस्सेदारी यानी 18.48 करोड़ शेयर 225 रुपये प्रति शेयर के न्यूनतम मूल्य पर बेच रही है। इसमें अधिक अभिदान मिलने की स्थिति में 1.5 फीसदी का ग्रीन-शू विकल्प भी है। सरकार की कोल इंडिया में अभी 66.13 फीसदी हिस्सेदारी है। कोल इंडिया में हिस्सेदारी बिक्री से सरकार चालू वित्त वर्ष के 51,000 करोड़ रुपये के विनिवेश लक्ष्य के करीब पहुंच सकेगी।
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