नई दिल्ली: पहलवानों (wrestlers) के समर्थन में सामने आई भारतीय किसान यूनियन (Indian Farmer’s Union) ने गुरुवार को मुजफ्फरनगर में महापंचायत (Mahapanchayat in Muzaffarnagar) की. इस दौरान BKU के अध्यक्ष नरेश टिकैत (BKU President Naresh Tikait) ने कहा कि, सरकार याद रखे कि 5 दिन का अल्टीमेटम है. पांच दिन बाद कुछ भी हो सकता है. असल में खाप नेता ने हरिद्वार जाकर पहलवानों को गंगा में मेडल प्रवाहित करने से रोका था और पांच दिन मांगे थे. इस दौरान टिकैत ने सरकार को पांच दिन का अल्टीमेटम दिया था. महापंचायत में फैसला लिया गया कि कुरुक्षेत्र में एक और महापंचायत बुलाई जाए.
भारतीय किसान यूनियन (BKU) के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने पहलवानों के आंदोलन के अगले कदम पर चर्चा के लिए मुजफ्फरनगर के सोरम गांव में महापंचायत बुलाई थी. टिकैत ने इस दौरान याद दिलाया कि 5 दिन बाद कुछ भी हो सकता है. उन्होंने यह भी कहा कि महापंचायत में खाप नेता जो भी फैसला करेंगे, वह सबको मंजूर होगा. टिकैत बालियान खाप के मुखिया हैं. महापंचायत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली से खाप नेता शामिल हुए. सोरम गांव में हुई इस महापंचायत में ये फैसला लिया गया है कुरुक्षेत्र में एक और महापंचायत बुलाई गई है. इसके साथ ही गुरुवार को हुई महापंचायत में लिए गए निर्णय को सुरक्षित रखने का प्रस्ताव दिया गया. खाप प्रमुखों का अनुरोध है कि कुरुक्षेत्र की महापंचायत के बाद अंतिम निर्णय की घोषणा की जाए.
महापंचायत में क्या फैसला लिया गया, इस बार में राकेश टैकैत ने मीडिया को ब्रीफ किया. उन्होंने कहा कि एक खाप चौधरी समिति बनाई जाएगी और हम तय करेंगे कि किससे मिलना है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, गुरुवार को हुई बैठक के निर्णय की घोषणा कुरुक्षेत्र में होने वाली महापंचायत में की जाएगी. इस दौरान किसान नेता ने कहा कि, ‘POCSO मामलों में कोई गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई? उन्होंने सवाल उठाया कि क्या कानून में संशोधन होगा कि गिरफ्तारी नहीं बल्कि जांच पहले होगी? टिकैत ने कहा कि सच्चाई ये है कि वह केवल अपने लोगों को ही बचाएंगें. लेकिन उन्हें याद रखना चाहिए कि खाप पंचायत और ये लड़कियां हारने वाली नहीं हैं. हम इसके लिए राष्ट्रपति से मिलेंगे.’
[elpost]
किसान नेता ने यह भी कहा कि, ‘अभी सरकार हमें जाति में बांटने की कोशिश कर रही है, लेकिन जो लड़े उनकी कभी कोई जाति नहीं थी वे योद्धा थे. इन लड़कियों के साथ भी ऐसा ही है. पहले उन्होंने हिंदू मुस्लिम किया, यूपी में हिंदू मुस्लिम किया. लालू परिवार को तोड़ा, मुलायम सिंह परिवार को विभाजित किया. वे केवल बांटना चाहते हैं.’ लेकिन ये लड़कियां ये पहलवान तिरंगा जाति से हैं. वे विदेश में राष्ट्रीय ध्वज के साथ गई थीं.’ इन लड़कियों को पुलिस ने परेशान किया. उन पर अत्याचार किए हैं. यह लड़ाई जारी रहेगी. जरूरत पड़ी तो यह लड़ाई देशव्यापी हो जाएगी. हम अयोध्या गए, वहां भी हमें समर्थन मिला. संत महात्माओं ने भी हमारा साथ दिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि एक खाप चौधरी की समिति बनाई जाएगी और हम तय करेंगे कि किससे मिलना है.
उधर, 3 जून को गठवाल (मलिक) खाप ने लिसाढ जनपद शामली में खिलाड़ियों के मुद्दे पर खाप प्रतिनिधियों की बैठक बुलाई है. बैठक में खाप पंचायत व सामाजिक संगठन हिस्सा लेंगे.खाप के मुखिया की ओर से कहा गया कि खिलाड़ियों को बलपूर्वक जंतर-मंतर आंदोलन स्थल से हटाया दिया गया है. खिलाड़ियों के विषय में भारत सरकार कोई हस्तक्षेप भी नही कर रही है. जिससे न्याय का मार्ग खुले,यह विषय समाज के लिए गंभीर है. गहन चिंतन के लिए बाबा राजेंद्र सिंह मलिक द्वारा एक आकस्मिक बैठक बुलाई गई है, जिसमें खाप पंचायत व सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे. बैठक गठवाल खाप के मुख्यालय लिसाढ जनपद शामली में 3 जून को दोपहर 1 बजे होगी. बैठक में विचार करने के बाद ठोस रणनीति की घोषणा की जाएगी.
उधर, इस मामले में बृजभूषण शरण सिंह का बयान भी सामने आया है. उन्होंने कहा कि ‘पहले कुछ और डिमांड थी बाद में कुछ और हो गई. लगातार ये अपनी शर्तों को और अपनी भाषा को बदल रहे हैं. मैंने पहले दिन कहा था कि कब किसके साथ क्या हुआ, अगर एक भी प्रकरण मेरे ऊपर साबित हो जाएगा तो मैं फांसी पर लटक जाऊंगा. इसके लिए किसी को कहना नहीं पड़ेगा, आज भी अपनी बात पर कायम हैं. कोई पंचायत हो कुछ और उससे कोई लेना देना नहीं है. पुलिस की जांच का इंतजार कीजिए. जो जांच में आएगा, जो रास्ता न्यायालय दिखाएगा, उस पर मैं चलूंगा. मुझे जो भी होगा, वो दिल्ली पुलिस और उनकी जांच करेगी. जांच में दोषी पाया जाता हूं.’
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved