नई दिल्ली (New Delhi) । केंद्र सरकार (Central government) सिवोक-रंगपो रेल लाइन योजना (Sivok-Rangpo Rail Line Scheme) के विस्तार के तहत रेल कनेक्टिविटी को इंडो-चीन सीमा तक करने की तैयारी कर रही है। नई रेल लाइन रंगपो-नाथूला वाया सिक्कम की राजधानी गंगटोक (Capital Gangtok) से होकर चीन की सीमा तक बिछाई जाएगी। जोनल रेलवे रंगपो-गंगटोक रेल लाइन की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कर रही है, जो कि अगस्त तक पूरी हो जाएगी।
रेलवे बोर्ड सिवोक (पश्चिम बंगाल) और रंगपो (सिक्किम) को जोड़ने वाली लगभग 45 किलोमीटर लंबी नई रेल लिंक परियोजना (new rail link project) पर तेजी से काम कर रहा है। अधिकारियों का दावा है कि इस रेल लाइन को बिछाने का काम दिसंबर 2024 पूरा कर लिया है। इसके साथ ही रेलवे ने रंगपो से सिक्कम की राजधानी गंगटोक (लगभग 38 किमी) नई रेल लाइन बिछाने के लिए डीपीआर बनानी शुरू कर दी है।
उन्होंने बताया कि तीन माह के भीतर डीपीआर का काम पूरा कर लिया जाएगा। इसमें एरियल सर्वे के माध्यम से रंगपो-गंगटोक रेल लाइन का अलाइमेंट तय किया जा रहा है। रेल लाइन से रंगपो-गंगटोक की दूरी 38 किलोमीटर से काफी कम हो जाएगी। डीपीआर बनने के बाद रेल लाइन परियोजना की लागत और निर्माण पूरा करने की तारीख तय की जा सकेगी। हालांकि गंगटोक रेलवे स्टेशन को सिक्किम का कॉमर्शियल हब बनाने की योजना है।
अधिकारी ने बताया कि गंगटोक से चीन की सीमा नाथूला तक रेल लाइन (Rail line till Seema Nathula) बिछाने की रेलवे बोर्ड से सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है। गंगटोक से नाथूला तक सड़क मार्ग की दूरी लगभग 51 किलोमीटर है। रेल लाइन से दूरी घटेगी और यात्रा का समय काफी कम होगा। इस नई रेल लाइन बिछाने के लिए जल्द ही डीपीआर बनाने के आदेश जारी होगे, जिससे निर्माण कार्य शुरू किया जा सकेगा।
सिवोक-रंगपो, रंगपो-गंगटोक, गंगटोक-नाथूला नई रेल लाइनों के बनने से पश्चिम बंगाल और सिक्कम राज्य को काफी फायदा होगा। इससे चीन की सीमा स्थित नाथूला से देश की राजधानी दिल्ली की सीधी रेल कनेक्टिविटी होगा। इसका फायदा रेल यात्रियों सहित देशी-विदेशी पर्यटकों को होगा। सामरिक दृष्टि से अति महत्वपूर्ण रंगपो-गंगटोक-नाथूला रेल लिंक से सेना के लिए सीमा तक पहुंचना आसान होगा। वर्तमान में सड़क मार्ग से अधिक समय लगता है। इसके अलावा बर्फबारी में आवागमन बाधित हो जाता है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved