इंदौर (Indore)। 2000 रुपए के गुलाबी नोटों को बंद किए जाने के निर्णय से फिलहाल बाजार (Market) में कहीं कोई परेशानी नजर नहीं आ रही है। होटल, पम्पो (Hotel, Pampo) से लेकर अन्य व्यापारी इन नोटों को स्वीकार तो कर ही रहे हैं, वहीं बैंकों में भी रोजाना 40 से 50 करोड़ रुपए जमा हो रहे हैं। एक अनुमान के चलते पिछले हफ्तेभर में ही 300 करोड़ से अधिक के गुलाबी नोट इंदौरी बैंक शाखाओं में पहुंच गए हैं। हालांकि इसके बदले 500 के नोटों का टोटा पडऩे लगा है, जिसके चलते 100 और 200 के कडक़ नोटों की गड्डियां अवश्य दिखने लगी।
23 मई से आरबीआई के निर्देशों के चलते 2000 के नोट बैंकों में बदले जा रहे हैं और यह सिलसिला 30 सितम्बर तक जारी रहेगा। दूसरी तरफ शहर में कारोबारी भी 2000 के नोट फिलहाल तो आसानी से स्वीकार कर रहे हैं और रियल इस्टेट के लेन-देन में भी ये नोट आसानी से खप रहे हैं। उल्टा कई कारोबारी तो ये नोट इसलिए भी मांग रहे हैं ताकि उनका व्यवसाय और बढ़े। चूंकि बैैंकों में आसानी से नोट कारोबारी जमा कर सकते हैं। फिलहाल बैंक शाखाओं में औसतन 40-50 करोड़ के गुलाबी नोट रोजाना आ रहे हैं।
अलबत्ता 500 के नोटों की कमी जरूर बढऩे लगी, क्योंकि अब जमा करने वाले भी 2000 की बजाय 500 के नोट जमा करेंगे। कई बैंकों में 500 के नोट खत्म भी हो गए और जितने मांग की जा रही है उससे कम राशि के ये नोट मिल रहे हैं। गारमेंट, ज्वैलरी, फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक से लेकर कई बड़ी खरीदी में 2000 के नोटों का इस्तेमाल आसानी से हो रहा है। वहीं पेट्रोल पम्पों पर भी ये नोट स्वीकार किए जा रहे हैं। यह अवश्य है कि 100-200 रुपए का पेट्रोल भरवाने वालों को छुट्टे नहीं दिए जा रहे। बल्कि डेढ़-दो हजार का ईधन भराने पर पूरा आसानी से चल जाता है। वहीं कई अन्य जगह भी इन नोटों को खपाया जा रहा है।
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