मामला 1563 एकड़ पर घोषित पीएम मित्र पार्क का, एक हजार से अधिक परिवारों को बेघर करने का विरोध
इंदौर। अभी पिछले दिनों ही केन्द्र सरकार (Central Govt.) ने पीएम मित्र टेक्सटाइल पार्क की सौगात मध्यप्रदेश (MP) को दी, जिसका मुख्यमंत्री (CM Shvraj) ने भूमिपूजन भी कर दिया। धार जिले के भैंसोला में चिह्नित की गई 1563 एकड़ पर यह टेक्सटाइल पार्क विकसित होगा, जिसमें अभी शुरुआत में ही 8 हजार करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्ताव शासन को मिल गए हैं, तो इंदौर के भी कई रेडिमेड गारमेंट निर्माता यहां पर अपने प्रोजेक्ट डालना चाहते हैं। दूसरी तरफ 10 गांवों के एक हजार से अधिक परिवारों के बेघर होने के चलते कल आदिवासी किसानों ने धरना दिया और प्रोजेक्ट को निरस्त करने की मांग के साथ बड़े आंदोलन की चेतावनी भी दी है। दूसरी तरफ एमपीआईडीसी ने पिछले दिनों 50 करोड़ रुपए से अधिक के टेंडर भी पार्क की जमीन को समतल करने और एप्रोच रोड निर्माण के लिए बुला लिए हैं।
अभी विधानसभा चुनाव के चलते भी इस तरह के विरोध प्रदर्शन नजर आएंगे, जिसके चलते कल टेक्सटाइल पार्क का भी विरोध शुरू हो गया। जमीन बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले बड़ी संख्या में आदिवासी किसान एकजुट हुए और बदनावर में रैली निकाली और जनपद परिसर में धरना देते हुए राष्ट्रपति के नाम तहसीलदार को ज्ञापन भी सौंपा, जिसमें 1563 एकड़ पर विकसित होने वाले टेक्सटाइल प्रोजेक्ट को निरस्त करने की मांग की गई। अन्यथा बड़े आंदोलन की चेतावनी भी दी गई है। उल्लेखनीय है कि टेक्सटाइल पार्क के लिए जो जमीन चिह्नित की गई है वह भैंसोला, धनेरा, गरवाड़ा, खेड़ा, बाघापाड़ा, ढोलीकुआं, खाकरोड़ा, खोकरी सहित 10 गांवों की जमीनें हैं, जिनमें एक हजार से अधिक लोगों के मकान बने हुए हैं और उनका कहना है कि सालों से वे इस खाली पड़ी जमीन पर खेती कर अपना गुजर-बसर करते हैं। हालांकि टेक्सटाइल पार्क के लिए जो 1563 एकड़ जमीन चिह्नित की गई है उसमें अधिकांश जमीन सरकारी ही है। बीच-बीच में थोड़ी-सी जमीन ही निजी है, लेकिन इन विरोध करने वालेे किसानों का कहना है कि उनके लिए पुनर्वास की कोई योजना नहीं बनाई गई और जो कुछ उद्योग भी खुले उनमें स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं मिला। धरना दे रहे किसानों ने प्रदेश के उद्योग मंत्री पर भी कई तरह के आरोप लगाए और जय जौहर के नारे के साथ एक इंच जमीन ना लेने-देने की बात कही। भीषण गर्मी और धूप में छोटे बच्चों के साथ महिलाएं भी बड़ी संख्या में इस धरना प्रदर्शन में शामिल हुईं। जिला पंचायत सदस्य अशोक डाबर ने ज्ञापन का वाचन किया। विनेश खराड़ी, अजीत गणावा सहित अन्य क्षेत्र के लोग बड़ी संख्या में मौजूद रहे। दूसरी तरफ एमपीआईडीसी का कहना है कि अधिकांश जमीनें इस टेक्सटाइल पार्क के लिए ली गई है।
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