अलीराजपुर: मध्य प्रदेश कांग्रेस (Madhya Pradesh Congress) में मची अंदरुनी कलह (Internal conflict) अब सामने आने लगी है. यही कारण है कि मालवा क्षेत्र (Malwa region) में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. गुरुवार को अलीराजपुर जिला कांग्रेस अध्यक्ष केशर सिंह डावर (Alirajpur District Congress President Keshar Singh Davar) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. इस बीच पार्टी के वरिष्ठ नेता कांतीलाल भूरिया (Senior leader Kantilal Bhuria) पर दबाव बनाने के आरोप लगे हैं. ऐसे में एक बार फिर मध्य प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं बाजार तेज हो गया है. हालांकि, डावर ने अपने पद से इस्तीफा देने का कुछ और ही कारण बयां किया है.
केशर सिंह डावर ने इस्तीफा देने की वजह पर पारिवारिक कारणों का हवाला दिया है. उन्होंने बताया कि वे सक्रिय रूप से पार्टी में काम कर रहे थे. अचानक बुधवार शाम उन्हें विक्रांत भूरिया (Vikrant Bhuria) ने झाबुआ बुलाया था, जिसके बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. इस बीच डावर के इस्तीफे को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कांतिलाल भूरिया पर आरोप लग रहे हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया के दबाव के बाद जिला अध्यक्ष केशर सिंह डावर ने इस्तीफा दिया है. बता दें कि दो दिन पहले ही एक कार्यक्रम में केदार सिंह डाबर ने महेश पटेल को टिकट देने की बात कही थी. इसके अलावा भी महेश पटेल को टिकट देने की बात सामने आ रही थी, जिससे कांतिलाल भूरिया नाराज हो गए. महेश पटेल और भूरिया दोनों एक ही पार्टी में हैं, इसके बावजूद दोनों की बनती नहीं है.
अब यह तो साफ होने लगा है कि जैसे-जैसे मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं प्रदेश की सभी बड़ी राजनीतिक पार्टियों में मची अंदरूनी कलह उजागर होने लगी है. हाल ही में चंबल अंचल यानी मुरैना की अंबाह विधानसभा सीट से कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक सत्य प्रकाश सखवार ने BJP का दामन थामा है. इसके अलावा मालवा से BJP के बड़े नेता दीपक जोशी भी बगावत कर कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं.
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