नई दिल्ली। दिल्ली (Delhi) के जंतर-मंतर पर बीते एक महीने से प्रदर्शन कर रहे पहलवानों (wrestlers) ने मंगलवार को कैंडल मार्च निकाला। यह मार्च जंतर-मंतर से इंडिया गेट (Jantar Mantar to India Gate) तक निकाला गया। शीर्ष पहलवान बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, विनेश फोगाट आदि मार्च की अगुवाई कर रहे थे। इसमें तमाम महिलाएं और आम लोग शामिल हुए। पहलवानों ने भारतीय कुश्ती संघ (Wrestling Federation of India) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग उठाई।
मार्च खत्म होने के बाद पहलवान विनेश फोगाट ने कहा कि जैसा कि किसान संगठन और खाप पंचायतों, हमारे बड़े-बुजुर्गों ने फैसला लिया है कि 28 मई को नई संसद के सामने महिला महापंचायत होगी। इसमें सभी वर्ग के लोग शामिल होंगे, लेकिन महापंचायत की अगुवाई महिलाएं ही करेंगी। हमने जैसे आज शांतिपूर्वक तरीके से कैंडल मार्च किया है, वैसे ही उस भी भी शांतिपूर्ण तरीके से महिला महापंचायत करने का फैसला किया है।
अभिनेता कमल हासन ने धरना दे रहे पहलवानों का समर्थन किया है। ट्विटर पर अभिनेता ने लिखा कि कुश्ती बिरादरी के एथलीटों को धरना देते एक महीना हो चुका है। वे राष्ट्रीय गौरव के लिए लड़ने के बजाय व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए लड़ने के लिए मजबूर हैं। कमल हसन के कई प्रशंसकों ने आई स्टैंड विद माई चैंपियंस हैशटैग के साथ उनका समर्थन भी किया। बता दें कि कमल ने तमिलनाडु में 2018 में राजनीतिक पार्टी मक्कल नीधि माईम (एमएनएम) का गठन किया। वे इन दिनों अपनी पार्टी के लिए काम कर रहे हैं।
पहलवानों ने कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाया है। मंगलवार को बृजभूषण सिंह ने कहा कि मैं उनसे (पहलवानों) मिलने कभी नहीं जाऊंगा। पहले वे मेरे पैर छूते थे और अब धरना देते हैं। वे षड़यंत्र के शिकार हैं। यह मामला यौन शोषण का नहीं, बल्कि गुड टच-बैड टच का है।
इसके पहले बृजभूषण शरण सिंह ने पहलवानों को नार्को टेस्ट कराने की चुनौती दी थी। पहलवानों इसे स्वीकार कर लिया है। सोमवार को बजरंग पूनिया ने कहा कि हम सभी किसी भी टेस्ट के लिए तैयार हैं, लेकिन इसे सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में कराया जाए। नार्को टेस्ट लाइव हो ताकि सवाल-जवाब पूरा देश सुनें।
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