नई दिल्ली। उत्तरी सिक्किम में शुक्रवार को बारिश के बाद हुई भूस्खलन में फंसे करीब 500 सौ पर्यटकों को सेना ने बचाया। पर्यटकों को सुरक्षित कैंपों तक पहुंचाया और उनके रहने और खाने पीने का भी इंतजाम किया गया। स्वास्थ्य की जांच के लिए तीन मेडिकल की टीमों को यहां तैनात किया है।
सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र रावत ने बताया कि शनिवार को उत्तरी सिक्किम के जन ए लाचेन, लाचुंग और चुंगथांग में भारी मूसलाधार बारिश हुई। इस कारण करीब 500 पर्यटक जो लाचुंग और लाचेन घाटी की यात्रा कर रहे थे, भूस्खलन और मार्ग में सड़क ब्लॉक होने के कारण चुंगथांग में फंस गए।
फंसे हुए पर्यटकों में 216 पुरुष, 113 महिलाएं और 54 बच्चे शामिल थे। उन्हें सुरक्षित निकालकर तीन अलग-अलग सेना शिविरों में ले जाया गया। यहां पर उनके रहने और भोजन की व्यवस्था की गई। सैनिकों ने पर्यटकों को समायोजित करने और उन्हें रात गुजारने के लिए अपने बैरकों को खाली किया।
सेना की मेडिकल टीम द्वारा प्रारंभिक चिकित्सा जांच में सभी पर्यटकों की हालत स्थिर पाई गई है। एक महिला ने गंभीर सिरदर्द और चक्कर आने की शिकायत की। पास के फील्ड अस्पताल की महिला चिकित्सा अधिकारी सहित मेडिकल टीम ने स्थान पर पहुंचकर एक्यूट माउंटेन सिकनेस के लक्षणों का पता लगाया। महिला को तत्काल चिकित्सा देखभाल प्रदान कर मेडिकल अस्पताल के आईसीयू में स्थानांतरित कर दिया गया है।
हालांकि, उसकी स्थिति में फिलहाल सुधार है। इस घटना के बीच, जल्द से जल्द वाहनों की आवाजाही के लिए सड़क को खाली करने का प्रयास किया जा रहा है। पर्यटकों को उनकी आगे की यात्रा के लिए रास्ता साफ होने तक हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी। पर्यटकों ने भारतीय सेना द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई और उनको सुरक्षित निकालने के लिए सेना का आभार जताया।
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