नई दिल्ली (New Delhi) । सुतोमु मियाज़ाकी (Tsutomu Miyazaki) का जन्म 21 अगस्त 1962 के दिन जापान (Japan) के टोक्यो में हुआ. परिवार काफी रईस था. उसके पिता टोक्यो शहर (tokyo city) में अखबार की कंपनी चलाते थे. लेकिन सुतोमु बचपन से ही विकलांग (Handicap) था. दरअसल, उसके हाथ उसकी कलाई से जुड़े हुए थे. जिस कारण वह अपनी उंगलियों को ढंग से नहीं हिला पाता था.
इस कारण सुतोमु को काफी शर्मिंदगी महसूस होती थी. स्कूल में भी वह किसी से बात नहीं करता था. वह अकेला रहना ही पसंद करता था. क्योंकि स्कूल में बच्चे अक्सर उसकी इस कमजोरी का मजाक उड़ाते थे. घर में भी उसकी बहनें उसका मजाक उड़ाती थीं. जबकि, माता-पिता भी उस पर कुछ खास ध्यान नहीं देते थे.
उसकी सिर्फ अपने दादा के ही साथ ही बनती थी. क्योंकि दादा उसका अच्छे से ख्याल रखते थे और उसे बहुत प्यार भी करते थे. बचपन से ही उसे अकेले रह रह कर अश्लील फिल्में और मैगजीन पढ़ने की आदत पड़ गई थी. पहले तो वह पढ़ाई में काफी होशियार हुआ करता था. उसका सपना था कि वह बड़ा होकर टीचर बने. लेकिन बाद में अश्लील फिल्में और मैगजीन पढ़ने की लत के कारण उसका पढ़ाई में भी मन नहीं लगता.
जिस कारण उसके स्कूल में काफी कम अंक आने लगे. कम अंक आने के कारण उसे अच्छी यूनिवर्सिटी में एडमिशन नहीं मिला और इस तरह उसका टीचर बनने का सपना पूरा न हो पाया. नौकरी के लिए उसने फोटो टेक्नीशियन का कोर्स किया. कोर्स पूरा होने के बाद वह खुद को प्रोफेशनल फोटोग्राफर बताकर महिला टेनिस खिलाड़ियों की फोटो खींचता और घर जाकर उनकी फोटो देख मास्टरबेशन करता. उसे इस चीज की इतनी लत लग चुकी थी कि वह आए दिन छुप-छुप कर भी लड़कियों की फोटो खींचकर उन तस्वीरों के साथ गंदी हरकत करता.
समय गुजरता गया और मई 1988 में सुतोमु के दादा की मौत हो गई. इससे उसे काफी धक्का लगा. क्योंकि एक वही थे जिन्हें वह सबसे ज्यादा प्यार करता था. वह उनसे इतना प्यार करता था कि उनके शव की राख को भी उसने खा लिया.
जानकारी के मुताबिक, दादा की मौत के कुछ हफ्ते बाद ही एक दिन वह अपनी बड़ी बहन को बाथरूम में नहाते हुए देख रहा था. जैसी ही उसकी बहन की नजर उस पर पड़ी तो उसने सुतोमु को डांटा. लेकिन उल्टा सुतोमु ने उसे ही पीटना शुरू कर दिया. बात मां तक पहुंची तो मां ने भी उसे डांटा. लेकिन सुतोमु ने मां को भी नहीं बख्शा. उसने अपनी ही मां को भी बुरी तरह पीटा.
उसकी मानसिक हालत इस कदर खराब हो चुकी थी कि वह अब अश्लील वीडियो के टेप और मैगजीन खरीद-खरीद कर उन्हें घर में रखने लगा. पूरा-पूरा दिन वह उन्हें देखता. उसके पास से करीब पांच हजार 700 से ज्यादा अश्लील वीडियो टेप मिले थे.
22 अगस्त 1988 के दिन मिला पहला शिकार
22 अगस्त 1988 सुतोमु ने 4 साल की मैरी कोन्नो (Mari Konno) नामक बच्ची को खेलते देखा. उसे देखकर सुतोमु के मन में गंदे विचार आने लगे. उसने बच्ची को अगवा करके अपनी कार में बैठा लिया. फिर उसे सुनसान जगह ले गया. यहां उसने बच्ची का गला घोंटकर उसे मार डाला. फिर उसकी लाश के साथ रेप किया. अपनी हवस मिटाने के बाद बच्ची के शव को वहीं छोड़ा और उसके कपड़े उतारकर अपने घर ले गया.
कुछ समय बाद वह फिर उस जगह गया. उसने मैरी के कुछ अंग और दांत निकाले. मैरी की हड्डियों को पीस-पीसकर उसका पाउडर बनाया. फिर उसके कपड़ों, हड्डियों के पाउडर और दांतों को एक बॉक्स में रखा. एक पोस्टकार्ड लिया. उसमें लिखा ‘Mari Creamated bones investigate prove’. सुतोमु ने मैरी के हाथ और पांव को अपने पास रखा और उस बॉक्स को मैरी के घर के एड्रेस पर भेज दिया.
दूसरे शिकार के साथ भी की वैसी ही हरकत
इस घटना के दो महीने बाद यानी 3 अक्टूबर 1988 के दिन सुतोमु को उसका अगला शिकार मिल गया. बच्ची का नाम था मसामी योशीजावा (Masami Yoshizawa). वह महज 7 साल की थी. सुतोमु ने उसे देखा और लिफ्ट देने के बहाने अपनी कार में बैठा लिया. वह उसे भी फिर सुनसान जगह ले गया. मसामी के साथ भी उसने वही सब किया जो मैरी के साथ किया था.
ऐसे की तीसरी बच्ची की हत्या
उसके अत्याचार यहीं नहीं थमे. 12 दिसंबर 1988 के दिन वह अपने दोस्त के घर से वापस लौट रहा था. तब उसकी नजर रास्ते में खेल रही 4 वर्षीय एरिका नांबा (Erika Namba) पर पड़ी. उसने एरिका को अगवा किया. उसे एक पार्किंग की जगह ले गया. वहा उसने एरिका के कपड़े उतारे फिर उसके फोटो खींचे. बाद में उसका भी गला घोंटकर मार डाला. रेप करने के बाद सुतोमु ने एरिका की निर्वस्त्र लाश को वहीं पार्किंग में छोड़ दिया और वहां से फरार हो गया. उसने एरिका के घर वालों को भी एक लेटर लिखकर भेजा. लेटर में लिखा था ‘Erica Cold Cough Throat Rest Death’.
चौथी बच्ची का काटा सिर
कुछ महीने वह शांत रहा. फिर 6 जून 1989 के दिन सुतोमु ने 5 साल की अयाको नोमोटो (Ayako Nomoto) नामक बच्ची के साथ भी ऐसी ही हैवानियत की. लेकिन इस बार वह अयाको की लाश को अपने घर ले गया. बच्ची की लाश के साथ उसने शारीरिक संबंध बनाए और उनकी तस्वीरें ली. उसके हाथ को काटा और खून पी गया. ऐसा वह रोज करने लगा. जब लाश सड़ने लगी तो उसने शव से सिर को अलग करके उसे कब्रिस्तान में जाकर दफना दिया. जबकि, बाकी के शरीर को उसने जंगल में फेंक दिया. कुछ समय बाद लाश के कुछ अंगों को काटकर वह वापस घर लाया और उन्हें अलमारी में रख दिया.
ऐसे हुआ शातिर अपराधी सुतोमु गिरफ्तार
23 जुलाई 1989 के दिन सुतोमु एक पार्क में बैठा था. उसकी नजर वहां खेल रही दो बहनों पर पड़ी. उसने बहाने से एक बहन को अपने पास बुलाया. उसकी फोटो खींचने का बहाना बनाकर उसके साथ अश्लील हरकत करने लगा. तभी उस बच्ची के पिता ने सुतोमु को ऐसा करता देख उस पर चिल्लाने लगे.
यह सब देख सुतोमु वहां से भाग खड़ा हुआ. लेकिन बच्ची के पिता ने इस बारे में पुलिस को बता दिया. जल्द ही पुलिस सुतोमु को ढूंढते हुए उसके घर पहुंची. घर की तलाशी ली गई तो वहां उन्हें बच्चियों के कपड़े, इंसानी अंग और कई अश्लील वीडियो टेप मिले.
सुतोमु के पिता ने की आत्महत्या
पुलिस ने तुरंत सुतोमु को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने जब उन कपड़ों और इंसानी अंगों की जांच करवाई तो चारों बच्चियों की हत्या का खुलासा हो गया. सुतोमु को इस अपराध के लिए कोर्ट में पेश किया गया. इस दौरान सुतोमु के माता-पिता ने भी उसके खिलाफ सजा की मांग की. बेटे की हरकत से पिता को ऐसा धक्का लगा कि साल 1994 में ट्रायल के दौरान ही उन्होंने आत्महत्या कर ली.
17 जुलाई 2008 के दिन दी गई फांसी
कोर्ट ने जब उससे ये सब करने का कारण पूछा तो सुतोमु ने सारा इल्जाम ‘The Ratman’ पर डाल दिया. उसका कहना था कि उसके शरीर में एक आत्मा है जो उससे यह सब करवाती है. उसी का नाम उसने ‘The Ratman’ रखा था. Daily Mail के मुताबिक, कोर्ट ने इस घिनौने कृत्य के लिए उसे फांसी की सजा सुनाई. जिसके बाद उसे 17 जुलाई 2008 के दिन उसे फांसी दे दी गई.
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