नई दिल्ली (New Delhi)। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल (Delhi Police Special Cell) द्वारा मेक्सिको (mexico) से गिरफ्तार (arrested) कर भारत (India) लाए गए गैंगस्टर दीपक बॉक्सर (Gangster Deepak Boxer) को विदेश भेजने में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम (Underworld don Dawood Ibrahim) के गुर्गे की भूमिका सामने आई है। हाल के दिनों में गैंगस्टरों से हुई पूछताछ के दौरान सुरक्षा एजेंसी को पता चला है कि दीपक को विदेश भिजवाने में लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) ने अली नामक पाकिस्तानी युवक की मदद ली थी। यह शख्स दाउद इब्राहिम का करीबी बताया जा रहा है।
दीपक बॉक्सर से पूछताछ में पता चला कि वह विदेश भागना चाहता था। इसे लेकर उसने लॉरेंस बिश्नोई तक संदेश भिजवाया था। इसके बाद अली ने दीपक से संपर्क किया। अली ने उसे बरेली के एक शख्स से मिलने के लिए कहा, जिसने उसके फर्जी पासपोर्ट और अन्य दस्तावेज तैयार करवाए। पासपोर्ट बनवाने से लेकर वीजा लगवाने तक का काम अली के इशारे पर ही किया गया था।
फर्जी पासपोर्ट के जरिए भागा था अमेरिका
पुलिस के अनुसार, दीपक ने देश से भागने के लिए फर्जी पासपोर्ट का इस्तेमाल किया था। उसने रवि अंतिल के नाम पर कोलकाता से मैक्सिको की उड़ान भरी थी।
गौरतलब है कि, कुख्यात गैंगस्टर दीपक बॉक्सर को पिछले महीने 5 अप्रैल को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा अमेरिकी खुफिया एजेंसी एफबीआई और इंटरपोल की मदद से मेक्सिको से गिरफ्तार कर भारत वापस लाया गया था। दीपक बॉक्सर दिल्ली के सिविल लाइंस में एक बिल्डर की हत्या समेत कई जघन्य मामलों में फरार चल रहा था। दीपक ने फेसबुक पर बिल्डर अमित गुप्ता की हत्या की जिम्मेदारी ली थी। स्पेशल सेल कई महीनों से दीपक बॉक्सर पीछा कर रही थी।
दीपक ने अमेरिका के रास्ते मेक्सिको पहुंचने के लिए कई रास्ते अपनाए, लेकिन फिर भी वह पुलिस के जाल में फंस गया। दिल्ली के रोहिणी कोर्ट रूम में बदमाश जितेंद्र मान उर्फ गोगी की हत्या के बाद दीपक ही ‘गोगी गैंग’ को चला रहा था।
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