इंदौर (Indore)। रिंग रोड (ring road) से लेकर बायपास पर अवैध रेत मंडी (illegal sand market on bypass) के कारण जहां यातायात अवरुद्ध होता है, वहीं कई दुर्घटनाएं भी हो चुकी है। खासकर दूधिया से लेकर देवगुराडिय़ा बायपास, पालदा क्षेत्र में भी बड़ी संख्या में ट्रक और डम्पर खड़े रहते हैं। यातायात सुधार समिति की बैठक में एक बार फिर रेत मंडी को शिफ्ट करने का निर्णय लिया गया। वहीं सडक़ किनारे खड़ी गाडिय़ों को हटाने के लिए नेशनल हाईवे सहित सभी प्रमुख मार्गों पर यातायात विभाग की क्रेनें भी खड़ी रहेंगी। शहर के कई चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नलिंग में टाइमिंग की सेटिंग भी नए सिरे से की जाएगी।
यातायात/सडक़ सुधार और दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिये गठित उप समितियों के सुझावों पर अमल शुरू किया। खासकर शराब पीकर वाहन चलाने वालों और यातायात के नियमों को तोडऩे वालों के विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी। यातायात के नियमों का पालन नहीं करने वाले आदतन वाहन चालकों के लायसेंस निरस्त किये जायेंगे। खरगोन जैसी बड़ी सडक़ दुर्घटना इंदौर में घटित नहीं हो इसके लिये वाहनों चालकों को जागरूक एवं प्रशिक्षित किया जायेगा। यह जानकारी कलेक्टर कार्यालय में कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई जिला सडक़ सुरक्षा समिति की बैठक में दी गई। बैठक में डी.सी.पी. ट्राफिक श्री मनीष अग्रवाल, इंदौर ग्रामीण एसपी सुश्री हितिका वासल, ए.डी.एम. श्री अजय देव शर्मा सहित परिवहन, लोक निर्माण विभाग, स्वास्थ्य, यातायात पुलिस, राष्ट्रीय राजमार्ग सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे। बैठक में इंदौर में यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने, यातायात नियमों के संबंध में जागरूकता लाने, सडक़ दुर्घटनाओं के रोकथाम तथा ब्लैक स्पॉट की तकनीकी तथा अन्य समस्याओं को दूर करने के संबंध में चर्चा की गयी।
दुर्घटनाओं की रोकथाम और यातायात को सुव्यवस्थित बनाने के संबंध में सुझावों के लिये विभिन्न समितियों का गठन किया गया था। इन समितियों द्वारा अपने सुझाव प्रस्तुत करने का सिलसिला प्रारंभ हो गया है। अभी तकनीकी/इंजीनियरिंग उप समिति द्वारा सुझाव प्रस्तुत किया गया है। उप समिति द्वारा ब्लैक स्पॉट पर तकनीकी समस्याओं को दूर करने के संबंध में प्रस्तुत सुझाव के आधार पर अमल करने की कार्रवाई शुरू की गई है। ब्लैक स्पॉट एवं शहर के अन्य व्यस्ततम चौराहों की तकनीकी खामियों का पता लगाकर उन्हें दूर करने संबंधी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए एक तकनीकी उप समिति का गठन किया गया है। इस समिति में प्रबंधक एमपीआरडीसी, कार्यपालन यंत्री पीडब्ल्यूडी डिवीजन क्रमांक-2, प्रबंधक एनएचएआई, प्रबंधक पीएमजीएसवाय, एसई इंदौर विकास प्राधिकरण, कार्यपालन यंत्री यातायात नगर निगम तथा एचओडी सिविल जीएसआईटीएस को शामिल किया गया है।
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