नई दिल्ली (New Delhi) । ईसाइयों (Christians) के सर्वोच्च धर्मगुरु पोप फ्रांसिस (Pope Francis) ने उस किस्से के बारे में बताया है, जब वह आशीर्वाद मांगे जाने पर एक महिला (Woman) पर भड़क गए. उन्होंने बताया कि वह उस वक्त अपना आपा खो चुके थे. ये मामला लोगों की पालतू जानवरों (pets) के प्रति बढ़ती ममता और दिलचस्पी से जुड़ा है. पोप ने कहा कि अब इटली में केवल अमीर लोग ही बच्चा पाल सकते हैं.
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि कुछ घरों में बच्चों की जगह पालतू जानवर ले रहे हैं. उन्होंने एक महिला से जुड़ा किस्सा भी बताया, जिसने पोप से कहा था, ‘मेरे बच्चे को आशीर्वाद’ दीजिए, जो कि एक कुत्ता था. पोप ने कहा, ‘मैंने अपना आपा खो दिया और उससे कहा, ऐसे कई बच्चे हैं, जो भूखे हैं और तुम मेरे पास कुत्ते को लेकर आई हो?’
घटती जन्म दर पर जताई चिंता
पोप ने शुक्रवार को चेतावनी देते हुए कहा कि ‘असभ्य’ मुक्त बजार युवाओं को बच्चे पैदा करने से रोक रहा है. इटली में जन्म दर पहली बार 2022 में 400,000 से नीचे गई है. लगातार 14वीं वार्षिक गिरावट दर्ज की गई है. कुल जनसंख्या 179,000 की गिरावट के बाद 5.88 करोड़ हो गई है.
बढ़ते जनसांख्यिकीय संकट पर एक सम्मेलन में उन्होंने कहा कि घटती जन्म दर ने भविष्य में आशा की कमी का संकेत दिया है. इससे पता चलता है कि युवा पीढ़ी अनिश्चितता की भावना से दबी हुई है.
इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के साथ बैठे पोप ने कहा, ‘एक स्थायी नौकरी ढूंढने में दिक्कत, अत्यधिक महंगे घर होना, आसमान छूता किराया और अपर्याप्त वेतन असल समस्याएं हैं. मुक्त बाजार जरूरी सुधारात्मक उपायों के बिना असभ्य हो जाता है और तेजी से गंभीर स्थितियों और असमानताओं को पैदा करता है.’
उन्होंने बताया कि कुछ घरों में पालतू जीव बच्चों की जगह ले रहे हैं और बताया कैसे दर्शकों में से एक महिला ने अपना बैग खोला और उनसे ‘अपने बच्चे’ को आशीर्वाद देने को कहा, बाद में पता चला कि वो तो एक कुत्ता है.
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