आ गया महू से मीटरगेज की रवानगी का समय, अब बड़ी लाइन बिछेगी
इंदौर। इंदौर-खंडवा (Indore-Khandwa) बड़ी लाइन प्रोजेक्ट के तहत महू (Mhow) से पातालपानी (Patalpani) के तहत आखिरकार छोटी लाइन (small line) उखाडऩे का काम शुरू हो गया है। उक्त मीटरगेज (meter gauge) का गौरवपूर्ण इतिहास रहा है, क्योंकि अंग्रेजों ने होलकर सरकार (Holkar government) की आर्थिक मदद से खंडवा से महू और इंदौर को जोडऩे के लिए यह महत्वपूर्ण लाइन बिछाई थी। अब इसकी जगह नई रेल लाइन लेगी। लक्ष्य है कि दिसंबर 23 तक इस महू से पातालपानी के बीच की दूरी लगभग पांच किलोमीटर है।
महू एक जमाने में मीटरगेज का महत्वपूर्ण केंद्र हुआ करता था। छावनी होने के कारण शुरुआत से इस पर पहले ब्रिटिश सरकार और फिर भारत सरकार ने काफी सुविधाएं जुटाईं। लगभग 147 पहले छोटी लाइन का यह रेलखंड इंदौर तक तैयार किया गया था। बड़ी लाइन बिछाने का जो अलाइनमेंट रेलवे ने तय किया है, उसके अनुसार महू से पातालपानी और सनावद से बलवाड़ा के बीच वर्तमान छोटी लाइन को जस का तस बड़ी लाइन में कन्वर्ट किया जाएगा, लेकिन पातालपानी से बलवाड़ा के बीच एक नए रास्ते से बड़ी लाइन बिछेगी। छोटी लाइन उखाडऩे का काम सनावद से ओंकारेश्वर रोड होते हुए चोरल के बीच भी हो रहा है। बीच में मोरटक्का में नर्मदा नदी पर नया उच्चस्तरीय रेल पुल बनाने के लिए मौजूदा छोटी लाइन के पुल को तोड़ा जा रहा है। यह ब्रिज डेढ़ से दो साल में बनकर तैयार होगा।
केवल पातालपानी से कालाकुंड के बीच रहेगी छोटी लाइन
पश्चिम रेलवे ने तय किया है कि हेरिटेज ट्रेन के लिए पातालपानी से कालाकुंड के बीच छोटी लाइन यथावत रखी जाएगी। प्रसिद्ध हेरिटेज ट्रेन का संचालन इस 10 किलोमीटर लंबे रूट पर ही होगा। आगामी मानसून सीजन में पहली बार केवल इसी हिस्से में हेरिटेज ट्रेन चलाई जाएगी। इसके लिए मीटरगेज का बेस स्टेशन पातालपानी को बनाया जा रहा है। महू से हेरिटेज ट्रेन, डीजल लोको और उनके रखरखाव के संसाधन, मशीनें आदि पातालपानी भेजे जा चुके हैं। महू यार्ड में अभी भी छोटी लाइन की कई पटरियां और ट्रेनें खड़ी हैं। इनमें छोटी लाइन की डेमू ट्रेन भी शामिल है।
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