आष्टा । 22 अप्रैल को भगवान परशुराम की जयंती होने एवं आज परिणय उत्सव के चलते दोनों कार्यक्रम का सामूहिक जुलूस ब्राह्मण समाज द्वारा रविवार को शहर के मानस भवन से निकाला जो नगर के प्रमुख मार्गो से होता हुआ पुन: मानस भवन पहुंचा जहा परिणय उत्सव संपन्न हुआद्य जहा दो नवयुगल दाम्पत्य सूत्र मे बंधे जिन्हे शुभकामनायें व बधाई भी जनप्रतिनिधियों ने दी। अखंड ब्राह्मण समाज द्वारा निकाले गए जुलूस का नगरपालिका के मंच से विधायक रघुनाथसिंह मालवीय ने कहां की । परिचय सम्मेलन एवं परिणय उत्सव आज के समय में सुयोग्य वर-वधु चयन के सबसे सुलभ और सशक्त माध्यम है। एक तरह से यह अपनों का अपनों से परिचय भी है। किसी भी समाज के संगठित रहने का मूल मंत्र है कि आपसी निंदा बंद करें। एक-दूसरे के हर सुख-दुख में काम आएं।
सुभाष चौक चार बत्ती चौराहे पर नगर पालिका द्वारा मंच बनाकर विधायक रघुनाथसिंह मालवीय, विधायक प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा की महती उपस्थिति मे ब्राह्मण समाज अध्यक्ष दिनेश शर्मा, महिला मण्डल अध्यक्ष प्रतिभा उपाध्याय, नगर पुरोहित मनीष पाठक, डॉ दीपेश पाठक, अतुल शर्मा, कालू भट्ट, राजेश शर्मा, सर्वेश उपाध्याय, अतुल उपाध्याय, मनीष पालीवाल, उमेश शर्मा, अक्षत पाठक, विनीत त्रिवेदी, सूरज व्यास, बसंत पाठक आदि का साफा बांधकर एवं पुष्पमाला पहनाकर स्वागत सम्मान कियाद्य इसके पूर्व जुलूस मे शामिल सुसज्जित रथ पर भगवान परशुराम की वेशभूषा धारण किए युवक का स्वागत कर सम्मान कियाद्य इस अवसर पर विधायक प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा ने कहा कि परिचय सम्मेलन में जो भी रिश्ते बनें, संभव हो तो उनके विवाह, सामूहिक विवाह सम्मेलन से कराएं। यह आज की जरूरत और समाज को सही दिशा में ले जाने के लिए बेहद जरुरी है इससे दहेज प्रथा भी रुकती है। ब्राह्मण समाज भी इस दिशा में प्रयास कर ऐसा सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित कर जो सबके लिए अनुकरणीय पहल बना हैद्य मेवाड़ा ने यह भी कहा कि जब तक समाज में उपजाति वर्ग भेद को लेकर कथनी और करनी में अंतर खत्म नहीं होता, तब तक हमारी एकता मजबूत नहीं होगी। समाज में एक-दूसरे के प्रति समर्पण की भावना आवश्यक है। इस अवसर पर पार्षदगण रवि शर्मा, सुभाष नामदेव, आरिस अली, डॉ सलीम, पंकज नाकोड़ा, पंकज राठी, मनीष धारवा, सुमित मेहता के साथ ही नपा अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।