नई दिल्ली: इस शुक्रवार थिएटर्स में रिलीज हुई बॉलीवुड फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ काफी चर्चा और विवाद बटोर रही है. अदा शर्मा स्टारर इस फिल्म में, केरल में लड़कियों को धर्म बदलने पर मजबूर करने और उन्हें ISIS जॉइन करवाने की कहानी दिखाने का दावा किया गया है. फिल्म का टीजर रिलीज होने के बाद से ही ‘द केरल स्टोरी’ पर काफी विवाद हो रहा था और इसे बैन करने की मांग भी की गई थी.
हालांकि, शुक्रवार को फिल्म थिएटर्स में रिलीज हुई और बॉक्स ऑफिस पर जोरदार बिजनेस भी कर रही है. अभी तक दो दिन में फिल्म का इंडिया कलेक्शन ऑलमोस्ट 20 करोड़ रुपये पहुंच चुका है और ये स्लीपर हिट बनने की तरफ बढ़ रही है. लेकिन अब ‘द केरल स्टोरी’ एक बार फिर से विवाद में आ गई है. तमिलनाडु की मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ने थिएटर्स में फिल्म दिखाने से इनकार कर दिया है.
फिल्म को बताया गया ‘कानून व्यवस्था के लिए खतरा’
जानकारी के अनुसार, तमिलनाडु मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ने अनाउंस किया है कि रविवार से पूरे राज्य में ‘द केरल स्टोरी’ की स्क्रीनिंग रोक दी जाएगी. एसोसिएशन ने अपने फैसले के पीछे वजह बताते हुए कहा है कि ये फिल्म ‘लॉ एंड ऑर्डर के लिए खतरा’ हो सकती है. साथ ही ये भी कहा गया कि जनरल पब्लिक से फिल्म को मिला ठंडा रिस्पॉन्स भी इस फैसले के पीछे एक वजह है.
तमिलनाडु में कई राजनीतिक संगठनों ने ये धमकी भी दी है कि अगर किसी सिनेमा हॉल में फिल्म दिखाई जाती है, तो उसे बंद करवा दिया जाएगा. तमिलनाडु की नाम तमिलार काची (NTK) पार्टी ने शनिवार को, चेन्नई में ‘द केरल स्टोरी’ की रिलीज के खिलाफ प्रदर्शन भी किया था. पार्टी कैडर्स ने अपने संगठन के व्यवस्थापक, एक्टर-डायरेक्टर सीमन के नेतृत्व में चेन्नई के एना नगर में फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन शुरू किए थे.
पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उन थिएटर्स के अंदर भी प्रदर्शन किया, जहां फिल्म दिखाई जा रही थी और पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया था. इससे पहले, सीमन ने अनाउंस किया था कि वो फिल्म का विरोध करेंगे. उनका दावा था कि ‘द केरल स्टोरी’ एक समुदाय विशेष के खिलाफ है. उन्होंने तमिलनाडु सर्कार से फिल्म पर बैन लगाने की भी मांग की थी.
‘द केरल स्टोरी’ के ट्रेलर पर भी हुआ था विवाद
फिल्म के ट्रेलर में ये दावा किया गया था कि केरल की 32 हजार लड़कियां ऐसी घटना की शिकार हो चुकी हैं, जिसपर काफी विवाद हुआ था. केरल हाई कोर्ट मे ‘द केरल स्टोरी’ की रिलीज पर स्टे लगाने की मांग करते हुए कई याचिकाएं भी दायर की गई थीं. लेकिन कोर्ट ने ऐसा करने से इनकार कर दिया था. केस की सुनवाई के दौरान ही मेकर्स ने कोर्ट से कहा था कि वे अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स से वह लाइन हटा देंगे, जो केरल में 32,000 महिलाओं के ISIS में भर्ती होने का दावा करती है.
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