नई दिल्ली: कनाडा (Canada) के अल्बर्टा ने जंगलों में लगी भीषण आग के कारण इमरजेंसी की घोषणा की. इस आग के कारण 24,000 से अधिक लोगों को अपने घर खाली करने के लिए मजबूर होना पड़ा है. सत्तारूढ़ युनाइटेड कंजरवेटिव पार्टी (UCP) की प्रमुख प्रीमियर डेनिएल स्मिथ ने रविवार (7 मई) को बताया कि अल्बर्टा में जंगलों में लगी आग के कारण हजारों लोगों को अपने घरों को खाली करना पड़ा है. जिसके बाद प्रांतीय आपातकाल की घोषणा की गई है.
उन्होंने बताया कि शनिवार शाम तक 24,000 से अधिक अल्बर्टानों को उनके घरों से निकाल लिया गया था. पूरे प्रांत में 110 जगह आग लगी है और 36 नियंत्रण से बाहर हो गई हैं. अल्बर्टा वाइल्डफायर के सूचना इकाई प्रबंधक क्रिस्टी टकर ने कहा कि यहां फायर फाइटर्स के लिए ये बेहद चुनौतीपूर्ण दिन रहा है. हम बहुत तेज हवाओं, गर्म मौसम से जूझ रहे थे और उन हवाओं ने आग को और बढ़ा दिया है. उन्होंने कहा कि क्यूबेक और ओंटारियो से अतिरिक्त फायर फाइटर्स बुलाए थे.
फॉक्स लेक में 3,600 लोगों को निकाला गया है. यहां फॉक्स लेक की आग ने 20 घरों और पुलिस स्टेशन को राख कर दिया है. डेनिएल स्मिथ ने कहा कि मुझे याद नहीं कि इससे पहले मैंने कभी आग के कारण इतने लोगों को घर खाली करते हुए देखा हो. उन्होंने बताया कि 1.5 बिलियन मदद के रूप में अलग रखा गया है क्योंकि आपातकालीन प्रबंधन पर एक महत्वपूर्ण राशि खर्च करने की आवश्यकता पड़ सकती है.
पेम्बीना पाइपलाइन कॉर्प, जो क्षेत्र में तेल-इकट्ठा करने वाली पाइपलाइन चलाती है, ने शुक्रवार को कहा कि उसने आपातकालीन प्रतिक्रिया और घटना प्रबंधन प्रक्रियाओं को सक्रिय कर दिया है. स्मिथ ने कहा कि इस साल अब तक जंगल की आग से 43,000 हेक्टेयर जल चुके हैं. इस सीजन की शुरुआत में आग की इतनी गतिविधि देखना हमारे लिए बहुत ही असामान्य है. अल्बर्टा में मतदाता नई सरकार चुनने के लिए 29 मई को मतदान करेंगे. स्मिथ ने कहा कि लोगों को उम्मीद करनी चाहिए कि चुनाव के दिन मतदान हो पाए.
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