इंदौर (Indore)। शहर के बायपास (Bypass) पर बनने वाले दो और इंदौर-देवास हाईवे (Indore-Dewas Highway) पर बनने वाले एक फ्लायओवर के निर्माण की तैयारी शुरू हो गई है। नेशनल हाईवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) द्वारा नियुक्त कांट्रेक्टर एजेंसी ने तीनों फ्लायओवर का काम तेजी से शुरू करने के लिए ट्रैफिक डायवर्शन प्लान बनाकर ट्रैफिक पुलिस को सौंप दिया है। अब जनप्रतिनिधि ग्रामीणों से चर्चा कर प्लान को अंतिम रूप देंगे और फिर डायवर्टेड रूट पर काम शुरू होगा।
ये फ्लायओवर बायपास के झलारिया से एमआर-10 जंक्शन के बीच, रालामंडल और अर्जुन बड़ौदा जंक्शन पर बनाए जाना हैं। 2022 में ही तीनों फ्लायओवरों के टेंडर हो गए थे और तभी से लोग इनका काम शुरू होने की तैयारी कर रहे हैं। अब तक तो कुछ जगह बैरिकेडिंग लगने और अन्य छुटपुट तैयारियों के अलावा कोई खास काम नहीं हुआ था, लेकिन अब तीनों फ्लायओवर को लेकर हलचल तेज हो गई है। डायवर्शन प्लान इसलिए बनाना पड़ा है, क्योंकि फ्लायओवर का निर्माण बायपास की सडक़ के बीचोबीच होगा।
ऐसे में निर्माणस्थल पर फ्लायओवर की लंबाई वाले हिस्से में मुख्य सडक़ से वाहन नहीं गुजर पाएंगे। काम के दौरान दोनों तरफ का ट्रैफिक सर्विस रोड पर डायवर्शन बनाकर गुजारना पड़ेगा। तीनों फ्लायओवर के निर्माण में डेढ़ से दो साल का समय लगने का अनुमान है। सांसद शंकर लालवानी ने बताया कि पिछले दिनों शहर में बनने वाले बड़े पुलों को लेकर बैठक हो चुकी है। एनएचएआई ने इंदौर बायपास और देवास रोड पर बनने वाले तीनों फ्लायओवर का ट्रैफिक डायवर्शन प्लान ट्रैफिक पुलिस को भेज दिया है। अब ग्रामीणों से चर्चा कर उनकी सहमति से इसी महीने प्लान फाइनल करने की कोशिश करेंगे, ताकि जल्द से जल्द काम शुरू हो सके।
मंत्री इंदौर नहीं आ पाए, तो वर्चुअली कराएंगे भूमिपूजन
सांसद ने बताया कि तीनों फ्लायओवर के भूमिपूजन के लिए केंद्रीय सडक़ परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को लाने की कोशिश कर रहे हैं। यदि वे इंदौर नहीं आ सके, तो उनसे वर्चुअली भूमिपूजन करवाकर काम शुरू करवाएंगे।
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