भोपाल: लाड़ली लक्ष्मी योजना (Ladli Laxmi Yojana) के 16 साल पूरे होने पर सीएम शिवराज (CM Shivraj) ने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना आज 16 साल की हो गई है. उन्होंने कहा कि बेटा और बेटी में ये समाज भेद करता था. बेटी को बोझ माना जाता था इसलिए 16 साल पहले लाड़ली लक्ष्मी योजना बनाई है. सीएम शिवराज ने कहा कि बेटा कुल का दीपक होगा या फिर लठ मरेगा यह तय नहीं है, लेकिन बेटी जीवनभर अपने मां-बाप का ध्यान रखेगा. मैं छोटा था जब मैं कुछ नहीं था,तब मैं भाषण दे रहा था कि बेटी बचाओ तब एक बूढ़ी अम्मा खड़ी हो गई तो उसने कहा कि बेटी की शादी के लिए दहेज कौन देगा. तब मैंने सोचा था कि भाषण देने से कुछ नहीं होगा. शिवराज तुझे कुछ करना होगा.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने आगे बताया कि जब मैं मुख्यमंत्री बना तब मैंने सोचा कि क्यों न ऐसा हो कि बेटी पैदा हो जाये तो लखपति बन जाये.तब मैंने अपने अधिकारियों को बुलाया और कहा कि ऐसी योजना बनाओ कि बेटी पैदा होते ही लखपति बन जाए. तब अधिकारी ने कहा कि ऐसा होना असंभव है. तब मैंने कहा कि चाहे कुछ भी हो जाए कि बेटी पैदा होते है लखपति बनेगी.
आज बड़ी घोषणा करते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि अब मैंने एक बात और सोच के रखी है. लाड़ली योजना के तहत चिन्हित मेडिकल कॉलेज, इंजीनियर, लॉ कॉलेज की फीस शिवराज सरकार भरेगी.ये लाड़ली लक्ष्मी योजना का प्रभाव ही है कि आज प्रदेश में एक हजार लड़कों और 956 लड़कियों का जन्म हो रहा है.
सीएम शिवराज ने कहा कि 9 से 15 तारीख तक बेटियों के लिए हर पंचायत और शहर में अलग अलग कार्यक्रम होंगे. 10 को लाड़ली फ्रेंडली पंचायत घोषित होंगी. 11 को प्रतियोगिता होगी.12 को हेल्थ चेकअप किया जाएगा. 13 को बेटियों को सरकारी कार्यकलयों का भ्रमण कराया जाएगा. 15 को चिन्हित बेटियों को इसके विभिन्न स्थानों का भ्रमण कराया जाएगा कुछ बेटियों को बॉर्डर पर भी भेजा जाएगा.
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