नई दिल्ली। बीमा कंपनियों के कर्मचारी सोशल मीडिया पर अपुष्ट या गोपनीय सूचनाओं को प्रकाशित नहीं कर पाएंगे। बीमा नियामक इरडाई ने कहा है कि बीमा कंपनियां इस संबंध में एक दिशा निर्देश तय करें, ताकि संगठन से संबंधित कोई भी इस तरह की जानकारी इन प्लेटफॉर्मों के माध्यम से जनता तक न पहुंचे।
भारतीय बीमा विनियामक एवं विकास प्राधिकरण ने रविवार को कहा कि एक संगठन की प्रतिष्ठा उसके कर्मचारियों के व्यवहार से जुड़ी हुई है। सोशल मीडिया का उपयोग इस तरह से किया जाना चाहिए जो संगठन के व्यवसाय में मूल्य जोड़ता है। बीमा कंपनियों को इरडाई ने सूचना और साइबर सुरक्षा दिशानिर्देश जारी किए थे। वह सोशल मीडिया का ही एक रूप है। इसके मुताबिक कर्मचारियों को किसी भी ब्लॉग/ चैट फोरम/चर्चा और मैसेंजर साइट/सोशल नेटवर्किंग साइट पर इस तरह की खबरों को डालने से बचना चाहिए।
संबंधित टीम की मंजूरी के बाद ही सोशल मीडिया पर डालें सूचना
नियामक ने कहा, किसी कर्मचारी की ओर से अपने आधिकारिक मेल/व्यक्तिगत मेल/मीडिया फोरम या किसी अन्य तरीके से प्राप्त की गई किसी भी जानकारी को प्रकाशित नहीं करना चाहिए। अगर ऐसा कुछ करना है तो कर्मचारी उस सूचना को अपनी कॉरपोरेट कम्युनिकेशन सहित अन्य संबंधित टीम को भेजेगा। वहां से अगर मंजूरी मिलती है तभी इस सूचना को सोशल मीडिया पर डाला जा सकता है। इरडाई ने कहा, मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग किसी सेवा की गलती की रिपोर्ट करने या शिकायत करने के लिए नहीं किया जाना चाहिए।
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