भोपाल। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में मौसम (Season) का मिजाज अजब होता जा रहा है। जब भीषण गर्मी (scorching heat) पड़ना चाहिए तब बारिश और ओले की चेतावनी जारी की जा रही है। शुक्रवार को कई जिलों में तेज बारिश और ओले गिरे (heavy rain and hail) हैं। मौसम का इस तरह का मिजाज अभी तीन-चार दिन तक बना रह सकता है। शुक्रवार को भोपाल, बुरहानपुर, विदिशा, उज्जैन, सीहोर, सतना, शहडोल में बारिश हुई है। भोपाल, राजगढ़, सीहोर में तो ओले भी गिरे हैं। भोपाल में शुक्रवार सुबह तेज बारिश हुई। दोपहर तीन बजे के बाद भी मौसम बदल गया। गरज-चमक के साथ बारिश शुरू हो गई। शहर के कुछ इलाकों में ओले भी गिरे। इसी तरह राजगढ़ जिले में दोपहर के बाद बौछारें पड़ने के साथ ओलावृष्टि भी हुई। बुरहानपुर जिले के ग्रामीण अंचल में तेज बारिश हुई है। ओलावृष्टि के साथ आंधी के साथ मूसलाधार बारिश हुई। ग्राम बंभाड़ा सहित आसपास के क्षेत्र में तेज बारिश हुई है।
सीहोर में भी शुक्रवार दोपहर मौसम ने अचानक करवट ली। दो बजे आसमान पर काले बादल छाने के साथ ही तेज बारिश का दौर चालू हो गया। करीब 15 मिनट की जोरदार बारिश के बीच चने के आकार के ओले भी गिरे। इससे लोगों को तेज गर्मी से राहत मिल गई। हालांकि सुबह से ही तेज गर्मी का आलम था। जोरदार बारिश और ओले गिरने से शहर पूरी तरह से भीग गए। आरएके कॉलेज मौसम विभाग के वैज्ञानिक एसएस तोमर ने बताया कि अभी दो-तीन दिन इसी तरह का मौसम रहेगा और हल्की के साथ तेज बारिश भी हो सकती है।
पश्चिमी विक्षोभ तथा अरब सागर में बने चक्रवात के कारण शहर में तेज बारिश के साथ आंधी-तूफान का सिलसिला जारी है। अप्रैल के महीने में लगभग 2 दिनों से बारिश का सिलसिला जारी है जो कि सुबह दोपहर शाम कभी भी हो रही है। मौसम के बदले मिजाज के बीच गुरुवार रात को दो बार अलग-अलग समय पर बारिश हुई। रात 9 व रात 1 बजे के करीब कई क्षेत्रों में पानी गिर गया। इससे शहर की सड़कें तरबतर हो गईं। शुक्रवार को भी सुबह से मौसम खराब है कभी तेज धूप हो रही है तो कभी अचानक बारिश आ रही है। इधर देर रात को हुई बारिश से सुबह शहर मे कई सड़कों पर पानी भरा नजर आया। बारिश के कारण मंडी में खुले में रखी व्यापारियों की उपज भी भीग गयी। इसके साथ मंडियों व गेहूं खरीदी केंद्र पर भी किसान अपनी फसलों को बारिश से बचाते नजर आए।
मौसम केंद्र की रिपोर्ट कह रही है कि बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के भोपाल, नर्मदापुरम संभागके जिलों में कुछ स्थानों पर एवं उज्जैन, इंदौर, सागर, ग्वालियर,जबलपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा दर्ज की गई। इस दौरान भैंसदेही में 5, सौसर में 3, पांढुर्ना में 2, परासिया, निवाली, मुलताई, पठारी, घोड़ाडोंगरी में 1 सेमी तक पानी गिरा है।
अगले 24 घंटों के लिए मौसम विभाग ने ऑरेंज और यले अलर्ट भी जारी किया है। ऑरेंज अलर्ट के मुताबिक कटनी, सागर, नरसिंहपुर, पन्ना, जबलपुर, विदिशा, भिंड, रायसेन, दतिया जिलों में कहीं-कहीं ओलावृष्टि हो सकती है। तेज हवा भी चलने की संभावना जताई गई है। वहीं यलो अलर्ट के अनुसार शहडोल, नर्मदापुरम, रीवा, इंदौर, उज्जैन संभाग के जिलों में एवं श्योपुर, भोपाल, मुरैना, गुना, राजगढ़, ग्वालियर, शिवपुरी, सीहोर, अशोकनगर, छिंदवाड़ा, मंडला, टीकमगढ़, बालाघाट, दमोह, छतरपुर, सिवनी जिलों में कहीं-कहीं तेज हवा चल सकती है। इसके अलावा चंबल, ग्वालियर, सागर, जबलपुर, शहडोल, नर्मदापुरम एवं भोपाल संभाग के जिलों में कुछ स्थानों पर तो इंदौर, उज्जैन, रीवा संभाग के जिलों में कहीं-कहीं हल्की बारिश संभव है।
मौसम वैज्ञानिक बता रहे हैं कि अभी नया सिस्टम बना है। वहीं, ट्रफ लाइन गुजर रही है। पश्चिमी विक्षोभ भी एक्टिव है। इस कारण प्रदेशभर में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। उन्होंने बताया कि अमूमन ओले गिरने की चेतावनी गर्मी में जारी नहीं की जाती, लेकिन इस बार मौसम बदला हुआ है, इसलिए चेतावनी जारी की गई है। जानकारों की मानें तो वर्तमान में पाकिस्तान के मध्य, उत्तर एवं दक्षिण में हवा के ऊपरी भाग में अलग-अलग तीन चक्रवात एक्टिव हैं। महाराष्ट्र से लेकर मालदीव तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। उधर हवा का रुख पश्चिमी एवं दक्षिण-पश्चिमी बना हुआ है। इस वजह से अरब सागर एवं बंगाल की खाड़ी से लगातार नमी आ रही है। इस वजह से मध्य प्रदेश के अधिकतर शहरों में बादल बने हुए हैं और हल्की वर्षा भी हो रही है। मौसम का इस तरह का मिजाज अभी तीन–चार दिन तक बना रह सकता है।
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