उज्जैन। शहर में पिछले दो दिनों से शाम के बाद बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है। कल शाम से मौसम ने अचानक करवट बदली। शाम से तेज आंधी का दौर शुरू हुआ, जो देर रात तक जारी रहा। देर रात शहर में एकाएक बादलों की गर्जना और बिजली की चमक के साथ तेज बारिश शुरू हो गई। इस दौरान बिजली भी गुल हो गई जो कई क्षेत्रों में सुबह तक नहीं आई। बारिश के बाद रात के तापमान में 5 डिग्री से ज्यादा की गिरावट आई। मौसम विभाग ने आज भी बादल छाए रहने और शाम के बाद बूंदाबांदी की संभावना जताई है। वेधशाला स्थित मौसम केंद्र के मुताबिक कल दिन का अधिकतम तापमान 35 डिग्री रहा, जो सामान्य से 3 डिग्री ज्यादा था। वहीं रात का न्यूनतम तापमान 18 डिग्री रहा, जो सामान्य से 5 डिग्री और परसों रात की अपेक्षा 6.5 डिग्री कम था। इस दौरान दक्षिणी और दक्षिण-पूर्वी हवाएं चलीं, जिनकी अधिकतम गति 41 किलोमीटर प्रतिघंटा तक पहुंची। रात को 0.4 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ का प्रवेश होने के साथ ही राजस्थान में चक्रवाती घेरे और अरब सागर की ओर से मिल रही नमी के कारण बादल छाए हुए हैं और बारिश हो रही है।
रविवार तक मौसम ऐसा ही बना रहेगा। आज भी दिन में बादल छाए रहेंगे, जिससे तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी। रात के तापमान में जरूर बढ़ोत्तरी हो सकती है। कल रात साढ़े 12 बजे बाद एकाएक बादलों की गर्जना और बिजली कड़कने के साथ बारिश शुरू हो गई और बारिश काफी तेज गति से हुई। बारिश शुरू होते ही शहर की बिजली गुल हो गई और लोग उमस से बेहाल होते रहे। कई इलाकों में बारिश रुकने के बाद बिजली वापिस आ गई थी और फिर बारिश हुई तो बिजली दोबारा से गुल हो गई। यह सिलसिला देर रात 3 बजे तक चला। इसके बावजूद भी जूना सोमवारिया सहित कई इलाकों में सुबह तक बिजली गुल रही और रहवासी गर्मी और उमस से परेशान होते रहे। कल रात हुई तेज बारिश और आंधी में देवास रोड क्षेत्र में दो-तीन जगह पेड़ भी गिर गए। सुदामा नगर क्षेत्र में भी रात में फाल्ट के बाद बिजली गुल हो गई थी जो घंटों बाद सुधर पाया। इससे विद्युत मंडल के मेंटनेंस की पोल खुल गई। अभी तो हल्की बारिश ही हुई जिसमें ही यह हालात हैं और जब बारिश का मौसम आएगा तो शहर की बिजली व्यवस्था कितनी सुचारू चल पाएगी।
बड़े अधिकारी नहीं उठाते फोन
बिजली संबंधी समस्या के लिए टोल फ्री नंबर 1912 पर शिकायतें दर्ज कराई जाती हैं। कल रात बत्ती गुल होने के बाद शिकायतें की गईं। झोन के इंजीनियर और कर्मचारी मैदान में डटे रहे, लेकिन अधिकारियों ने अपने मोबाइल नंबर या तो दूसरे नंबर पर फॉरवर्ड कर दिए अतवा परेशान लोगों के फोन ही नहीं उठाए। आम उपभोक्ता की शिकायत है कि लंबे समय से पोलोग्राउंड के अधिकारी विपरीत परिस्थिति में फोन नहीं उठाते हैं।
मेंटेनेंस पर सवाल…!
हल्की बूंदाबांदी में ही बत्ती गुल हो जाती है तो फिर सालभर चलने वाले मेंटेनेंस में बिजली कर्मचारी-अधिकारी क्या करते हैं? इस पर लोगों की नाराजगी भी देखी जा रही है कि रोजाना 2 से 3 घंटे लोगों को मेंटेनेंस के नाम पर अंधेरे में रखा जाता है और जरा सी तेज हवा-आंधी में बत्ती गुल हो जाती है।
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