नई दिल्ली: बांग्लादेश में वरिष्ठ नेता और पूर्व न्यायाधीश मोहम्मद शहाबुद्दीन चुप्पू की नियुक्ति नए राष्ट्रपति के रूप में हुई है. शहाबुद्दीन ने देश के 22वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली है. मोहम्मद शहाबुद्दीन के शपथ ग्रहण समारोह में देश की प्रधानमंत्री शेख हसीना सहित अन्य गणमान्यजन भी मौजूद रहे. स्पीकर शिरीन शर्मिन चौधरी ने बंगभवन के ऐतिहासिक दरबार हॉल में 73 वर्षीय शहाबुद्दीन को शपथ दिलाई.
बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना और नए राष्ट्रपति के परिवार के सदस्यों के अलावा, राजनेताओं, सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों और वरिष्ठ नागरिक और सैन्य अधिकारियों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया. गौरतलब है कि मोहम्मद अब्दुल हामिद का बतौर राष्ट्रपति का कार्यकाल रविवार को समाप्त हो गया था. शपथ ग्रहण समारोह के बाद शहाबुद्दीन ने राष्ट्रपति पद के शपथ दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए.
बता दें कि मोहम्मद शहाबुद्दीन को सत्तारूढ़ अवामी लीग के उम्मीदवार के रूप में इस साल फरवरी में निर्विरोध राष्ट्रपति चुना गया था. इससे पहले मोहम्मद अब्दुल हामिद ने बतौर राष्ट्रपति दो बार बांग्लादेश का कार्यकाल संभाला. मोहम्मद अब्दुल हामिद को 24 अप्रैल, 2018 को अपने दूसरे कार्यकाल के लिए शपथ दिलाई गई थी. जो बीते 23 अप्रैल को खत्म हो गया.
कौन हैं मोहम्मद शहाबुद्दीन चुप्पू
साल 1949 में पूर्वी पाकिस्तान (वर्तमान बांग्लादेश) के उत्तर-पश्चिमी पबना जिले में मोहम्मद शहाबुद्दीन चुप्पू का जन्म हुआ था. वे अपने शुरूआती दिनों में अवामी लीग के छात्र और युवा विंग के नेता थे. वे बांग्लादेश के 1971 के मुक्ति संग्राम का भी हिस्सा थे और बांग्लादेश के संस्थापक बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान (प्रधानमंत्री शेख हसीना के पिता) की हत्या के बाद विरोध करने के आरोप में कैद किए गए थे.
उन्हें देश की न्यायिक सेवा में 1982 में शामिल किया गया और 1996 में अवामी लीग के लौटने पर बंगबंधु हत्याकांड मामले के कोऑर्डिनेटर के रूप में भी काम किया. वह डिस्ट्रिक्ट और सेशन जज के पद से रिटायर हुए. अपने रिटायरमेंट के बाद चुप्पू ने स्वतंत्र भ्रष्टाचार विरोधी आयोग के आयुक्तों में से एक के रूप में काम किया, जिसके बाद में वो राजनीति में शामिल हो गए और अवामी लीग सलाहकार काउंसिल के मेंबर बन गए. चुप्पू की पत्नी रेबेका सुल्ताना बांग्लादेश सरकार की पूर्व संयुक्त सचिव हैं.
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