जम्मू। पुंछ में गुरुवार को सेना की एक गाड़ी पर घात लगाकर हमला करने की जिम्मेदारी पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट (पीएएफएफ) ने ली है, इस आतंकी हमले में सेना के पांच जवान शहीद हो गए। पीएएफएफ (PAFF) जम्मू-कश्मीर में खासा सक्रिय है। कुछ रिपोर्ट के मुताबिक पीएएफएफ (PAFF) जैश-ए-मोहम्मद से ही जुड़ा एक दूसरा संगठन है। इसी साल जनवरी में गृह मंत्रालय ने पीएएफएफ को बैन कर दिया था।
केंद्रीय गृह मंत्रालय (Union Home Ministry) ने एक अधिसूचना में कहा था कि पीएएफएफ सुरक्षा बलों, राजनीतिक नेताओं और अन्य राज्यों से संबंध रखने वाले जम्मू-कश्मीर में काम कर रहे नागरिकों को लगातार धमकियां दे रहा है। अधिसूचना के मुताबिक, अन्य संगठनों के साथ मिलकर पीएएफएफ हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटकों से हमलों को अंजाम देने के लिए युवाओं की भर्ती कर रहा है।
370 हटाए जाने के बाद सक्रिय हुआ था PAFF
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से ही पीएएफएफ (PAFF) का नाम आना शुरू हो गया था। ये संगठन अंसार गजवत-उल-हिंद के मारे गए आतंकी कमांडर जाकिर मूसा से प्रेरित बताया जाता है।
आतंकियों ने किया हमला
जम्मू कश्मीर के पुंछ में गुरुवार को तेज बारिश और लो विजिबिलिटी का फायदा उठाते हुए आतंकियों ने एक सेना की एक गाड़ी पर घात लगाकर हमला किया। हमले में पांच जवान शहीद हो गए, हमले के बाद सेना की गाड़ी में आग लग गई, इस बीच आतंकी मौके से फरार हो गए।
‘ग्रेनेड के इस्तेमाल से वाहन में लगी आग’
उत्तरी कमान मुख्यालय ने एक बयान में कहा, ‘दोपहर तीन बजे के करीब राजौरी सेक्टर में भीम्बर गली और पुंछ के बीच सेना के एक वाहन पर भारी बारिश और कम विजिबिलिटी का फायदा उठाते हुए आतंकवादियों ने गोलीबारी की। आतंकवादियों द्वारा संभवत: ग्रेनेड के इस्तेमाल के कारण वाहन में आग लग गई.’ सेना ने कहा कि सभी पांचों जवान राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट के थे और इलाके में आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए तैनात किए गए थे.
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