वाशिंगटन। सूडान में तख्तापलट के लिए मिलिट्री और बागी पैरामिलिट्री रेपिड सपोर्ट फोर्स (RSF) के बीच हिंसा जारी है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, इस लड़ाई में 180 से अधिक लोगों की जानें जा चुकी हैं। वहीं सूडान में यूरोपीय संघ के राजदूत पर भी हमला किया गया। इस बीच, अमेरिका के विदेश विभाग के प्रमुख उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने बताया कि इस हिंसा को रुकवाने के लिए अमेरिकी विदेश मंत्री ने सूडान के जनरलों से बात की है। उन्होंने युद्धविराम का आह्वान किया है।
मानवीय सहायता भेजने की अनुमति
वेदांत पटेल ने कहा कि अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने सूडानी सशस्त्र बलों के कमांडर जनरल अब्देल फतह अल बुरहान और रैपिड सपोर्ट फोर्स के कमांडर जनरल मोहम्मद हमदान डागालो के साथ बात की। उन्होंने हिंसा में आम लोगों की जा रही जान पर चिंता व्यक्त की। विदेश मंत्री ने लड़ाई से प्रभावित लोगों को मानवीय सहायता भेजने की अनुमति मांगी है। साथ ही सूडानी परिवारों के पुनर्मिलन पर भी चर्चा की।
इतना ही नहीं ब्लिंकन ने दोनों कमांडरों से खार्तूम में अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यह सुनिश्चित करने को कहा कि वे सभी लोग सुरक्षित हैं। गौरतलब है, सूडान में तख्तापलट के लिए मिलिट्री और बागी पैरामिलिट्री रेपिड सपोर्ट फोर्स के बीच हिंसा जारी है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार इस लड़ाई में 180 से अधिक लोगों की जानें जा चुकी हैं। वहीं करीब 1800 लोग घायल हुए हैं। इतना ही नहीं, सूडान में यूरोपीय संघ के राजदूत ऐडन ओ’हारा पर भी हमला किया गया। हालांकि अभी इस बारे में अभी ज्यादा जानकारी नहीं सामने आई है।
ज्यादा जानकारी नहीं
आयरिश विदेश मंत्री माइकल मार्टिन ने बताया कि खार्तूम में यूरोपीय संघ के राजदूत ऐडन ओ’हारा पर सोमवार को उनके घर में हमला किया गया है। वहीं उन्होंने इस हमले को राजनयिकों की सुरक्षा के दायित्वों का घोर उल्लंघन बताया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राजदूत को कितनी चोटें आई हैं इसका विवरण उन्होंने नहीं दिया है।
तीसरे दिन संघर्ष जारी
गौरतलब है, सूडान पर नियंत्रण को लेकर देश की सेना तथा एक शक्तिशाली अर्द्धसैनिक बल के बीच सोमवार को लगातार तीसरे दिन भी संघर्ष जारी रहा था। सूडान में संयुक्त राष्ट्र महासचिव के विशेष प्रतिनिधि वोल्कर पर्थेस ने बताया कि इस संघर्ष में अब तक 180 लोग मारे जा चुके हैं। वहीं 1800 से अधिक नागरिक और लड़ाके घायल हुए हैं। खार्तूम के 50 लाख लोग बिजली और पानी के लिए परेशान हैं।
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