इस्लामाबाद: पिछले कुछ महीनों से पाकिस्तान गहरे आर्थिक संकट और भूखमरी के दौर से गुजर रहा है. लगातार बढ़ती महंगाई ने लोगों को जीना मुहाल कर दिया है. इसके बावजूद पाकिस्तानी सरकार जनता पर कोई रहम दिखाने को तैयार नहीं है. नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान में पेट्रोल के दाम 10 रुपये लीटर बढ़ा दिए गए हैं.
भाव में इस ताजा वृद्धि के बाद पाकिस्तान में पेट्रोल का दाम अब बढ़कर 282 रुपये प्रति लीटर हो गया है. गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे देश में मुद्रा के मूल्य में भारी गिरावट आई है। ऐसे में पहले से आसमान छूती महंगाई से परेशान जनता की दिक्कतें और बढ़ गई हैं.
282 रुपये प्रति लीटर पेट्रोल
वित्त मंत्री इशाक डार ने देर रात सीधे प्रसारण में कीमतों में बढ़ोतरी की घोषणा करते हुए कहा कि डीजल और हल्के डीजल तेल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है. इनके दाम क्रमशः 293 रुपये और 174.68 रुपये प्रति लीटर रहेंगे. मिट्टी के तेल यानी केरोसिन के दाम भी 5.78 रुपये बढ़कर 186.07 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं. नई कीमतें रविवार देर रात से प्रभावी हो गई हैं.
रमजान में महंगाई का झटका
डार ने स्वीकार किया कि ये संशोधन जरूरी था, क्योंकि पिछले 15 दिन में अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम उत्पादों के दाम बढ़े हैं. बता दें कि रमजान के दौरान पाकिस्तानी सरकार ने लोगों को बड़ा झटका दिया है. क्योंकि पहले ही देश में लोग खाने-पीने की चीजों से जुड़ी महंगाई के कारण परेशान हैं. ऐसे में पेट्रोल के दामों वृद्धि होने से महंगाई और बढ़ने की आशंका है. पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक +) ने इस महीने की शुरुआत में उत्पादन में कटौती की घोषणा की थी. इसके बाद से कच्चे तेल के दाम बढ़ गए हैं.
देश को दिवालिया होने से बचाने के लिए कर्ज में डूबा पाकिस्तान और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से 1.1 अरब अमेरिकी डॉलर के बेलआउट पैकेज पर कर्मचारी स्तर के समझौते तक पहुंचने में विफल रहा है. फंड 2019 में आईएमएफ द्वारा स्वीकृत 6.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर के बेलआउट पैकेज का हिस्सा है. विश्लेषकों का कहना है कि अगर पाकिस्तान को बाहरी लोन चुकाना है तो यह बेलआउट पैकेज बहुत जरूरी है.
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