इंदौर। दुनियाभर में लोकप्रिय इंदौर (Indore) ने आज एक और मिसाल कायम (lead the way) कर दी। इंदौर से शुरू हुई एक पहल को अब देशभर में लागू किया जाएगा। इंदौर में मिठाई और नमकीन (sweet and salty) के डिब्बों पर खाली डिब्बों का भार भी लिखा जाता है ताकि ग्राहक को मिठाई के वजन के साथ डिब्बे का भार जोड़कर ना दिया जाए। इस पहल को अब देशभर में लागू किया जाएगा। उदाहरण के लिए इसे इस तरह से समझ सकते हैं कि यदि 500 ग्राम मिठाई ले रहे हैं तो उस डिब्बे पर 550 ग्राम भार लिखा होगा जिसमें साफ तौर पर यह लिखा होगा कि इस डिब्बे में 500 ग्राम मिठाई है और 50 ग्राम मिठाई के खाली डिब्बे का भार है।
भारत सरकार के उपभोक्ता मामले के सचिव रोहित कुमार सिंह ने जब इस पहल के बारे में सुना तो अधिकारियों को तुरंत आदेश दिए कि देश के सभी जिलों में यह व्यवस्था लागू होना चाहिए ताकि उपभोक्ताओं को मिठाई या नमकीन में कम वजन का घाटा ना हो। उन्होंने इंदौर की तारीफ करते हुए कहा कि निश्चित रूप से आज इंदौर ने एक ऐसा विचार दिया है जो उपभोक्ताओं के लिए उदाहरण पेश करेगा। मैंने अभी तक इंदौर की स्वच्छता और खानपान के बारे में सुना था लेकिन आज इंदौर आकर मुझे एक ऐसा विचार मिला जो देश में बड़ा बदलाव लाएगा। इस बैठक में देश के 4 राज्यों के व्यापारी और व्यापारी एसोसिएशन के प्रतिनिधि पहुंचे थे।
देश में दाल उत्पादन और वितरण के संबंध में भारत सरकार के सचिव ने इंदौर में बैठक ली। इससे पहले भारत सरकार के उपभोक्ता मामले के सचिव रोहित कुमार सिंह आज इंदौर पहुँचे और उन्होंने दाल मिल व्यापारी संघ एवं इस उद्योग के अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में उन्होंने कहा कि इन्दौर दाल के उत्पादन और वितरण का एक प्रमुख केंद्र है।
उपभोक्ताओं को उचित मूल्य पर दाल उपलब्ध होती रहे इसके लिए आज सुझाव लिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुरूप प्रत्येक शुक्रवार को दालों का स्टॉक घोषित किया जाना ज़रूरी है। बैठक में कलेक्टर डॉ.इलैया राजा टी एवं भोपाल से श्री आलोक कुमार सिंह, श्री तरुण पिथोड़े सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं इंदौर क्षेत्र के दाल मिल मालिकों तथा विभिन्न संबंधित संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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